ग्लूकोमा सप्ताह को लेकर जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन

झारखण्ड/पाकुड़ : 7 मार्च से 13 मार्च तक चलने वाले ग्लूकोमा सप्ताह को लेकर पाकुड़ के सोनाजोड़ी सदर अस्पताल परिसर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने ग्लूकोमा यानी काला मोतियाबिंद के दुष्परिणाम पर प्रकाश डालते हुए कहां की आंख काफी अनमोल है और इसकी रक्षा और सुरक्षा करना सबसे महत्वपूर्ण है। कहा की साधारण सा मोतियाबिंद का इलाज संभव है परंतु काला मोतियाबिंद का इलाज संभव नहीं है इस कारण लोग इससे पूरी तरह से सावधानी बरतें।
उन्होंने कहा कि आंख से यदि धुंधला नजर आए तो तुरंत चिकित्सकों से संपर्क करें और आंख की जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि ग्लूकोमा काफी खतरनाक बीमारी है और इसके दुष्परिणाम को देखते हुए इसे लोगों को बचाने के लिए ग्लूकोमा सप्ताह का आयोजन किया जाता है।
मौके पर मौजूद प्रख्यात नेत्र चिकित्सक श्यामसुंदर केडिया बी एस, डॉक्टर एस के झा ने भी बारी बारी से ग्लूकोमा सप्ताह के बाबत विस्तार से जानकारी देते हुए लोगों को जागरूक किया।
मौके पर डॉ अनीता सिन्हा डॉ आर के सिंह समेत कई चिकित्सक व कर्मी मौजूद थे।