असमंजस में 52000 अभ्यर्थी , नियमावली के पेंच में खत्म हो रही नौकरी की उम्र
- शिक्षकों की नियुक्ति के बजाय बढ़ रही जेटेट सर्टिफिकेट की वैधता अवधि
प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति पर अंगभीर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सिर्फ झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) सर्टिफिकेट की वैधता अवधि बढ़ा रहा है, लेकिन 52 हजार सफल अभ्यर्थियों की नौकरी की उम्र खत्म हो रही है; इससे विभाग आंख मूंदे हुए है। सरकार कह रही है कि नई नियमावली बनने के बाद नियुक्ति होगी, पर नियमावली कब तक बनेगी?
कोई अफसर कुछ बोल नहीं रहा। विभाग ने जेटेट सर्टिफिकेट की वैधता अवधि 2022 तक बढ़ाई है। पहले इसकी वैधता 5 साल तय की गई थी। फिर दो साल बढ़ाया गया, अब जबकि दो साल खत्म होने रहे थे तो फिर 2022 तक बढ़ा दिया गया है। गौरतलब है कि पिछले चार वर्षों से नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली बन रही है। इस कारण राज्य के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति बाधित है। वर्ष 2016 में 52 हजार जेटेट पास अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की प्रतीक्षा में हैं। 2012 में बनी नियमावली में हुआ दो-दो बार संशोधन नियुक्ति कब होगी, यह बताने को कोई तैयार नहीं है। 2012 में बनी शिक्षक नियुक्ति नियमावली में दो बार संशोधन हुआ है। 2014 व 2015 में। अब नई नियमावली बन रही है।
हालांकि, पूर्व की नियमावली पर ही वर्ष 2013 में जेटेट की परीक्षा हुई थी। संशोधित नियमावली पर 2016 में जेटेट परीक्षा का विज्ञापन आया था। जानकारी के अनुसार, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने से पहले राज्य में 95897 शिक्षक नियुक्त करने होंगे। 2013 में हुई थी पहली जेटेट परीक्षा नियुक्त हुए थे 15698 शिक्षक वर्ष 2013 में जेटेट की पहली परीक्षा हुई थी। उस समय 66,364 अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा पास की थी। इसमें पहली से पांचवीं के लिए 22,850 और छठी से आठवीं के लिए 43,514 थे। 2015-16 में कुल 15,698 अभ्यर्थी शिक्षक बने थे।
जेटेट पास पारा शिक्षकों और अभ्यर्थियों के आंदोलन पर 2018 में इस सर्टिफिकेट की मान्यता को सरकार ने दो साल के लिए बढ़ाया था। दूसरी जेटेट परीक्षा 2016 में हुई थी, जिसकी नियुक्ति प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। 2013 के सफल जेटेट अभ्यर्थियों की हुई थी सीधी नियुक्ति वर्ष 2013 के सफल जेटेट अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति हुई थी। इनकी मेधा सूची बनी थी, जिसके अधार पर नियुक्ति हुई थी। 2016 के सफल जेटेट अभ्यर्थी भी मांग कर रहे हैं कि उनकी नियुक्ति भी इसी आधार पर हो।