क्या अरुणाचल प्रदेश की जमीन पर बसा लिया है चीन ने अपना गांव? पढ़ें पूरा मामला

0

दुनिया ने साल 2020 में कोरोना वायरस महामारी का सामना किया। महामारी की मार अभी भी जारी है लेकिन राहत की खबर ये है कि अब कई देशों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार कर ली है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान दुनियाभर में लाखों लोगों ने अपनी जान गवां दी। लॉकडाउन किया गया और दुनिया के अधिकतर देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी। उनमें से एक भारत भी है।

 

 

 

चीन से शुरू हुई कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को 10 साल पीछे कर दिया। लाखों लोगों ने अपनी जांन गवाई करोड़ों बेरोजगार हो गये। इस सब समस्याओं के पीछे की जड़ को देखा जाए तो वह चीन है। कोरोना को खत्म करने में चीन ने अपनी भागीदारी कम दिखाई लेकिन दूसरे देश पर की जमीन को कब्जानें के असफल प्रयास वो करता रहा। साल भर के करीब हो गया पूर्वी लद्दाख को लेकर चीन का भारत के साथ गतिरोध चल रहा है।

 

 

 

हाल ही में एक ऐसी खबर आयी है जिससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि लद्दाख के अलावा अरुणाचल प्रदेश में चीन ने अपना एक गांव बसा लिया है। इस खबर के आने के बाद सियासत तेज होती नजर आ रही है। विदेश मंत्रायल ने भी अपना बयान जारी करके सफाई दी है।

 

  • अरुणाचल प्रदेश में चीन ने बसाया गांव

एनडीटीवी की खबर के अनुसार चीन ने अरुणाचल प्रदेश के विवादित क्षेत्र में एक नया गांव बसाया है और इसमें करीब 101 घर हैं। चैनल ने दावा किया कि यह खबर उसे विशेष रूप से प्राप्त उपग्रह तस्वीरों पर आधारित है। एनडीटीवी ने अपनी खबर में इलाके की दो तस्वीरें दिखाईं जिसमें उसने दावा किया कि एक गांव बसाया गया है। चैनल के अनुसार 26 अगस्त, 2019 की पहली तस्वीर में कोई बसावट नहीं दिखाई देती लेकिन नवंबर 2020 की दूसरी तस्वीर में कुछ ढांचे दिखाई देते हैं।

 

 

  • विदेश मंत्रायल की सफाई

अरुणाचल प्रदेश में चीन के एक गांव बनाने की खबरों पर सतर्कता पूर्वक प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने सोमवार को कहा कि वह देश की सुरक्षा पर असर डालने वाले समस्त घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखता है और अपनी संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने अपने नागरिकों की आजीविका को उन्नत बनाने के लिए सड़कों और पुलों समेत सीमा पर अवसरंचना के निर्माण को तेज कर दिया।

 

  • जवाबी कार्यवाही कर रहा है भारत

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमने चीन के भारत के साथ लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्माण कार्य करने की हालिया खबरें देखी हैं। चीन ने पिछले कई वर्षों में ऐसी अवसंरचना निर्माण गतिविधियां संचालित की हैं।’’ उसने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने भी जवाब में सड़कों, पुलों आदि के निर्माण समेत सीमा पर बुनियादी संरचना का निर्माण तेज कर दिया है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली स्थानीय आबादी को अति आवश्यक संपर्क सुविधा मिली है।’’

 

 

  • चीन के बसाए गांव पर सियासत शुरू 

वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भाजपा सांसद तापिर गाओ के दावों पर सोमवार को सरकार से जवाब मांगा जिसमें गाओ ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भीतर विवादास्पद क्षेत्र में सौ घरों के एक गांव का निर्माण कर लिया है। चिदंबरम ने कहा कि यदि भाजपा सांसद के दावे सही हैं तो क्या सरकार चीन को क्लीन चिट देकर पूर्ववर्ती सरकारों को दोषी ठहराएगी। गौरतलब है कि भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश को चीन अपना क्षेत्र मानता है।

 

 

 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाके में चीन द्वारा गांव बसाने के दावे वाली खबरों को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘उनका वादा याद करिए- मैं देश झुकने नहीं दूंगा।” पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘मोदी जी, वो “56 इंच” का सीना कहां है ?’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी सोमवार को इस मामले पर सरकार से जवाब मांगा था।

 

 

 

  • चीन भारत विवाद

भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर विवाद है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है, वहीं भारत इस दावे को खारिज करता रहा है। भारत और चीन के बीच पिछले करीब आठ महीने से पूर्वी लद्दाख में सीमा मुद्दे को लेकर गतिरोध बना हुआ है।

 

आकाश भगत

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed