झालावाड़ और जोधपुर के बाद अब नागौर में 52 मोर सहित 66 पक्षियों की मौत, कई घायल भी मिले

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नागौर जिले में मकराना उपखंड के ग्राम कालवा बड़ा में शुक्रवार को किसी जहरीले पदार्थ के खाने से 52 मोर सहित कई छोटे पक्षी मर गए। मौके पर पहुंची चिकित्सा विभाग की टीम लगभग 50 मोर का उपचार कर उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है। वहीं 2 टीम बना कर मृत मोर का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। कुचामन से डीडीएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया।

 

कालवा बड़ा के सरपंच दिलीप सिंह ने बताया कि सुबह घर से बाहर आने पर एक बरगद के पेड़ नीचे काफी संख्या में मोर मृत मिले जिसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दी गई। सूचना पर नायब तहसीलदार गजेन्द्र सिंह मय टीम मौके पर पहुंचे।

 

सूचना पर पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने भी मौके पर पहुंच कर घायल पक्षियों का उपचार शुरू किया। डीडवाना रेंज के रेंजर अर्जुन राम कड़वा ने बताया कि कालवा बड़ा में 52 मोर, 1 कौआ, 5 कबूतर, 6 कमेडी तथा 2 गुरसलि मृत मिली है।

 

कुछ पक्षी घायल मिले हैं जिनका उपचार चल रहा है। शाम तक मरने वाले पक्षियों की संख्या बढ़ भी सकती है। पशु चिकित्सा प्रभारी सालग राम पूनिया के अनुसार मृत तथा घायल पक्षियों में पाए गए लक्षणों के अनुसार मोरों के जहरीला पदार्थ खाने की संभावना है जिन पक्षियों का इलाज चल रहा है उनमें सुधार हुआ है।

 

जोधपुर और झालावाड़ में भी गई पक्षियों की जान

उधर, जोधपुर और झालावाड़ में कौओं की मौत का मामला सामने आया है। जोधपुर में मंगलवार और बुधवार को कौओं की मौत हुई थी लेकिन वहां गुरुवार को ऐसा कोई मामला नहीं आया। झालावाड़ में एवियन इन्फ्लूएंजा बीमारी से गुरुवार को भी 6 कौओं ने दम तोड़ दिया।

 

झालावाड़ के कोर्ट परिसर में भी कबूतर मृत मिले हैं। क्षेत्रीय पशुरोग निदान केंद्र मोबाइल लेबोरेट्री कोटा से आई टीम के विशेषज्ञों ने मृत कौओं को जलाकर निस्तारित किया। इस दौरान बीमार कौओं का इलाज भी किया जा रहा है। इधर, गुरुवार सुबह कोर्ट परिसर में भी दो कबूतर मृत मिले।

 

हालांकि प्रशासन का कहना है कि कौओं के अलावा अन्य पक्षी संक्रमित नहीं हुए हैं। गुरुवार सुबह एसडीएम की अध्यक्षता में विशेषज्ञों और पशु चिकित्सकों की टीम की बैठक हुई। इसमें मृत कौओं का डिस्पोजल प्रॉपर तरीके से करने पर बातचीत हुई। उसके बाद टीम सीधे राडी के बालाजी मंदिर परिसर पहुंची।

 

गांव में 50 से अधिक मोर मृत मिले।

 

यहां मृत कौओं को निस्तारित किया गया। साथ ही पूरे परिसर को सेनिटाइज किया। इसके बाद राडी के बालाजी क्षेत्र में स्थित पोल्ट्री फार्म पर सैंपलिंग की गई। सभी पोल्ट्री फार्मों से टीम ने सैंपल लिए। इनकी रिपोर्ट भी जल्द ही आने की बात कही जा रही है।

 

शिकायत के बाद प्रशासन ने जांच करवाई तो हुई पुष्टि

दरअसल, शहर के राडी के बालाजी क्षेत्र में 25 दिसंबर से कौओं के लगातार मरने की शिकायत मिल रही थी। इसके बाद जब प्रशासन ने भोपाल से सैंपलों की जांच करवाई तो बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि की गई। रिपोर्ट मिलने के बाद यहां प्रशासन ने एक किमी क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया था।

 

हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि एक दो दिन में स्थिति काबू में आ जाएगी। यहां कोटा से आए उपनिदेशक डॉ.लक्ष्मण राव, झालावाड़ लैब इंचार्ज डॉ.टी ए बंसोड सहित अन्य ने दिनभर यहां मृत कौओं को जलाकर निस्तारित करने और सैंपलिंग करने का काम किया।

 

एवियन इन्फ्लूएंजा बीमारी से कौओं की मौत की पुष्टि के बाद हमने मृत कौओं का निस्तारण प्रॉपर तरीके से कर दिया है। वहां साफ सफाई भी कराई गई है। साथ ही पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज कर दिया गया है। पोल्ट्री फार्म पर भी सैंपल लिए गए हैं। – डॉ. टीए बंसोड, पशु चिकित्सक

 

हम पूरी तत्परता दिखा रहे हैं: कलेक्टर

अभी कौओं में ही बर्ड फ्लू दिखाई दिया है और वह भी एक क्षेत्र में ही है। इस मामले काे हम पूरी तत्परता दिखा रहे हैं। राडी के बालाजी क्षेत्र में कर्फ्यू जारी है। – निकया गोहाएन, कलेक्टर
झालावाड़. राड़ी के बालाजी में कौओं के लगातार मरने के बाद कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने दौरा किया।

(रिपोर्ट: महेंद्र सिंह बोरावड़)

आकाश भगत

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