हैंड सैनेटाइजर, केमिकल और देशी शराब में एसेंस मिलाकर बनाई जा रही थी नकली शराब
- मकान में चल रही थी फैक्ट्री
जयपुर जिले के कालाडेरा इलाके में दो मंजिला मकान में चल रही नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम ने मुखबिर से मिली सूचना के बाद फैक्ट्री पर छापा मारकर एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पड़ताल में खुलासा हुआ कि हैंड सैनेटाइजर, केमिकल और देशी शराब में एसेंस मिलाकर यहां नकली शराब बनाई जा रही थी।
पुलिस ने तलाशी के दौरान फैक्ट्री से 25 कार्टूनों में भरी हुई देशी व अंग्रेजी शराब, 33 हजार से ज्यादा शराब के ढक्कन, एसेंस, जीएसएम हैंड सैनेटाइजर, विभिन्न शराब के ब्रांड के रैपर बरामद किए हैं। यह कार्रवाई डीसीपी क्राइम योगेश यादव व एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी के सुपरविजन में की गई।
बाबूलाल शर्मा बना रहा था फैक्ट्री में नकली शराब, ग्रामीण इलाके में बेचता था
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि नकली शराब बनाकर बेचने वाले कारोबारियों पर कार्रवाई के लिए कमिश्नरेट की स्पेशल टीम को लगाया गया था। जिसमें स्पेशल टीम के एएसआई पुरुषोत्तम शर्मा और हैडकांस्टेबल मानसिंह को सूचना मिली कि चौमूं के आसपास ग्रामीण इलाके में अवैध नकली शराब की सप्लाई की जा रही है।
पड़ताल में पता चला कि चौमूं बॉर्डर पर गांव अनोपपुरा में रहने वाला बाबूलाल शर्मा अपने यहां फैक्ट्री में नकली शराब बनाकर चौमूं, हरमाड़ा व करधनी इलाकों में अपने परिचित विक्रेताओं को शराब बेचता है। तब पुलिस ने बाबूलाल के कालाडेरा स्थित गांव अनोपपुरा और चौमूं में पट्टी सीतारामपुरा में छापा मारकर मकान में चल रही नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारा।
एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी ने बताया कि बाबूलाल देसी शराब आरएमएल और जीएसएम हैंड सेनेटाइजर में एसेंस और केमिकल मिलाकर उसको अंग्रेजी शराब रॉयल स्टेग, इम्पीरियल ब्लू, मैकडावल रम/ व्हीस्की व अन्य ब्रांडों की नकली शराब बनाई जाती है। वह रोजाना 15 से 20 कार्टन नकली शराब बनाता है। आसपास के शराब ठेकों पर बेचता है। बाबूलाल कम पढ़ा लिखा है। उसके पास शराब बनाने का कोई लाइसेंस नहीं है। उससे पूछताछ जारी है।