प्राइवेट ट्रेनें जिन स्टेशनों पर रुकेंगी वहां एयरपोर्ट जैसी मिलेंगी सुविधाएं, दानापुर मंडल के पटना जंक्शन और राजेंद्रनगर टर्मिनल पर बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं
2023 से पीपीपी मोड पर प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन की योजना है। उससे पहले प्राइवेट ट्रेनों के ठहराव वाले स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने की कवायद चल रही है। अभी हाल ही में कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र और दानापुर में ऑटोमेटिक बैगेज सेनेटाइजेशन और रैपिंग की सुविधा शुरू हुई है।
उससे पहले ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से बेड रोल, कंबल, तकिया, तौलिया, मास्क, सेनेटाइजर आदि खरीदने की सुविधा शुरू हुई थी। पटना जंक्शन के स्टेशन डायरेक्टर डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि जल्द ही सुरक्षा के मद्देनजर उच्च क्षमता वाली डोर मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनर लग जाएगा। इसके लिए काम चल रहा है।
अभी यात्रियों की सुविधा के लिए ऑटोमेटिक मशीनों से चाय-कॉफी, पानी की बोतल आदि मिलने लगी है। प्लेटफॉर्म पर ही ओयो कियोस्क खुला है, जिससे यात्री होटलों में कमरे बुक करा सकते हैं। टैक्सी बुक कराने के लिए एप का इस्तेमाल यात्री पहले से ही कर रहे हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट की तरह ट्राॅली से सामान बाहर ले जाने और पर्याप्त संख्या में व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गई है। भविष्य में यात्रियों की सहुलियत के मद्देनजर अन्य सुविधाएं भी शुरू की जाएंगी।
ट्रेनों के परिचालन के लिए 15 कंपनियों से 120 आवेदन आए
2023 से रेलवे की पटरियों पर पीपीपी मोड पर प्राईवेट ट्रेनों के परिचालन की योजना है। इस क्रम में भारतीय रेल द्वारा प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन को लेकर मंगाए गए आवेदन में 15 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। रेलवे बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार 15 कंपनियों से 120 आवेदन मिले हैं।
इनमें रेल मंत्रालय की कंपनी आईआरसीटीसी, लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी), हैवी इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्री की कंपनी (भेल) और निजी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी जीएमआर भी शामिल है। ऐसी 15 अलग-अलग कंपनियों ने देश में निजी ट्रेन चलाने में दिलचस्पी दिखाई है। रेल मंत्रालय ने एक जुलाई को 109 मार्गों पर निजी ट्रेनों को अनुमति देने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू की थी।
कुल 14 भारतीय फर्म और एक स्पेनिश फर्म भारत में निजी ट्रेनों को चलाने की दौड़ में शामिल हैं। इससे पहले अगस्त में नीलामी से पहले हुई बैठक में बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन इंडिया, सीमेंस लिमिटेड, एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड सहित कुल 23 फर्मों ने रुचि दिखाई थी। देश के सभी जोनों को 12 क्लस्टरों में बांटा गया है।
साथ ही 140 मार्गों पर पीपीपी के तहत कुल 151 अत्याधुनिक ट्रेनें चलाने की योजना है। इसमें मुंबई 1 और मुंबई 2, दिल्ली 1 और दिल्ली 2, चंडीगढ़, हावड़ा, पटना, प्रयागराज, सिकंदराबाद, जयपुर, चेन्नई और बेंगलुरु शामिल हैं। रेलवे का फरवरी 2021 तक ट्रेन परिचालन की प्रक्रिया को पूरा करने का लक्ष्य है।