जयपुर में आवासीय कॉलोनी में अवैध चल रही मीट की दुकानों पर कार्रवाई
- नगर निगम टीम को देख भागे दुकानदार
शहर के प्रताप नगर इलाके में एनआरआई सर्किल के पास रविवार को अवैध रुप से चल रही मीट शॉप्स के खिलाफ अभियान चलाया गया। जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर के निर्देश पर नगर निगम की पशु प्रबंधन सतर्कता शाखा सहित कई अफसर मीट शॉप्स पर कार्रवाई करने पहुंचे। यही नहीं, महापौर सौम्या गुर्जर भी वहीं मौजूद रहीं। नगर निगम की टीम के पहुंचने की भनक लगने पर दुकानदारों में हड़कंप मच गया। इनमें दो-तीन दुकानदार दुकानों के शटर बंदकर भाग निकले। बाद में, उन्हें बुलाकर दुकानें खुलवाई और वहां रखा गया मीट जब्त किया गया।
महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने बताया कि पिछले दिनों से लगातार शिकायतें मिल रही थी कि अच्छी कॉलोनियों में अवैध रुप से मीट की दुकानें चल रही है। यह गंभीर विषय था। खुद स्थानीय पार्षद ने भी मुझसे मिलकर शिकायत की। तब आज इन दुकानों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
बिना लाइसेंस के चल रही थी कई दुकानें, नियमों की नहीं हो रही थी पालना
महापौर सौम्या के मुताबिक दो दुकानें के लाइसेंस मिले है। उन्हें भी रद्द किया जाएगा। क्योंकि, ये दुकानदार भी कोरोना गाइडलाइन के नियमों की पालना नहीं कर रहे थे। इसके अलावा दुकानों में मीट बेचा जा सकता है। लेकिन यहां दुकानों पर खुलेआम स्लॉटरिंग की जा रही थी। सड़क पर मीट मंडी बनाकर बिक्री की जा रही थी। ऐसे में यहां से गुजरने वाले कॉलोनीवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
करीब सात-आठ दुकानों पर कार्रवाई की गई। जिसमें कई के पास तो मीट शॉप का लाइसेंस ही नहीं था। महापौर के पहुंचने पर स्थानीय लोग काफी संख्या में इकट्ठा हो गए। कुछ महिलाएं तो इन दुकानों की वजह से परेशानी बताते हुए रो पड़ी। लोगों ने बताया कि बचे हुए मीट को यहीं सीवरेज लाइनों में फेंक दिया जाता है। इससे दुर्गंध से उनका रहना मुश्किल हो गया है।