‘भारती फाउंडेशन’ 2020 में कार्य करने हेतु भारत के सर्वश्रेष्ठ टॉप 10 NGO में शामिल
नई दिल्ली : भारती फाउंडेशन को, जो भारती एंटरप्राइजिस की लोकोपकारी संस्था है, तीसरी बार ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क 2020’ द्वारा कार्य करने हेतु भारत के सर्वश्रेष्ठ (टॉप 10) गैर-सरकारी संगठनों के बीच शामिल किया गया है। भारती फाउंडेशन जून 2020 में ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट इंडिया द्वारा भारत की शीर्ष 100 कंपनियों के बीच कार्य करने हेतु मान्यता प्राप्त करने वाला एकमात्र गैर-सरकारी संगठन भी था।
इस साल 37 गैर-सरकारी संगठनों ने अपनी प्रविष्टियां भेजी थीं। असेसमेंट के भाग के रूप में, इस इंस्टीटियूट के एक ग्लोबल वैलीडेटिड सर्वे इंस्ट्रूमेंट और एक स्वाम्य टूल के द्वारा सभी संगठनों का मूल्यांकन किया गया था, जो कर्मचारी के पूर्ण जीवनचक्र को शामिल करते हुए एक संगठन में मानव संसाधन पद्धतियों की क्वालिटी का मूल्यांकन करता है।
तीसरी बार देश में टॉप 10 NGOके बीच चुना जाना, भारती फाउंडेशन की अपने आंतरिक हितधारकों के सशक्तीकरण के लिए सकारात्मक कायाकल्प को प्रेरित करते हुए अपने कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित और संतोषजनक कार्यस्थल का सृजन करने की विचारधारा को उजागर करता है।
Great Place to Work® Institute ने 30 से अधिक वर्षों से महान कार्यस्थलों की विशेषताओं पर पथप्रदर्शक शोधकार्य किया है। हमारा मानना है कि सभी संगठन महान कार्यस्थल बन सकते हैं, और हमारा मिशन उन्हें सफल बनाने में मदद करना है। High-Trust, High Performance Culture™का सृजन और सतत-संपोषण करने में मदद करने के लिए, Great Place to Work® Institute हर साल दुनिया भर में 10,000 से अधिक संगठनों के साथ साझेदारी करता है।
भारत में, Great Place to Work® Great Place to Work® सर्टिफिकेशन के माध्यम से और बेस्ट वर्कप्लेस की शोधकार्य-आधारित वार्षिक सूचियों के माध्यम से संगठनों को सम्मानित करता है।
भारती फाउंडेशन की सीईओ ममता सैकिया ने “टॉप 10 NGOs टू वक्र फॉर” में शामिल किए जाने पर अपना आनंद जाहिर किया और कहा, “मुझे गर्व है कि हमारे पास 1657 से अधिक बेहद प्रेरित प्रोफेशनल लोगों की टीम है और यह सर्टिफिकेशन हमारी उस संस्कृति का साक्ष्य है जिसका हमने पिछले कुछ वर्षों में पालन-पोषण किया है। सहयोग करने और नई राह निकालने की हमारी संस्कृति ने हम में से प्रत्येक को चुनौती, अपनेपन और एक मकसद का अहसास प्रदान किया है। यह हमारे शिक्षा कार्यक्रमों में वंचित बच्चों को एक सुरक्षित और सुखद वातावरण उपलब्ध कराने में समाया हुआ है।