मैसूर से संदिग्ध हालात में लापता BARC Scientist विजयवाड़ा में मिले
बेंगलुरु: मैसूर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) के एक युवा वैज्ञानिक ( BARC Scientist ) विजयवाड़ा में मिल गए हैं। सोमवार को यह जानकारी पुलिस ने दी। सोमवार को वैज्ञानिक को विजयवाड़ा के दक्षिणी शहर में पाया गया था।
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BARC में काम करने वाले 26 वर्षीय वैज्ञानिक अधिकारी अभिषेक रेड्डी गुल्ला फिलहाल एकल हैं और मैसूर के येलवाल में किराये के एक कमरे में रहते थे। वह बीते 17 सितंबर से ड्यूटी से अनुपस्थित थे।
बीते 5 अक्टूबर को जब उनके कार्यालय के अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया, तो अभिषेक ने कहा था कि वह 6 अक्टूबर से ऑफिस आने लगेंगे। वह अपना मोबाइल और बटुआ लिए बिना ही घर से बाहर चले गए थे और अपने दोपहिया वाहन से कहीं चले गए थे। लेकिन वह वापस नहीं आए, जिसके बाद उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने सिटी पुलिस में इस संबंध में मामला दर्ज कराया।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस को जांच में अभिषेक के लापता होने के कारणों का पता नहीं चल सका। हालांकि पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि वह मैसूर के रास्ते में थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें जांच करनी होगी कि वह यहां से कैसे गायब हुए। हालांकि, पुलिस को शक है कि अभिषेक माइग्रेन और अवसाद से पीड़ित हैं।
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जानकारी के मुताबिक अभिषेक मैसूर में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) की दुर्लभ पदार्थ परियोजना (Rare Material Project) में काम करते हैं। अभिषेक के सहयोगी शुभम निरंजन पाटिल और पड़ोसियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कि येलवाल की न्यू जनता कॉलोनी में रहने वाले युवा वैज्ञानिक का घर बंद नहीं था और यहां तक कि उनकी होंडा एक्टिवा स्कूटर भी नहीं मिली थी।
इसके बाद अनुसंधान केंद्र के कुछ अधिकारी अभिषेक के घर पहुंचे और घर को खुला पाया। पुलिस को दी शिकायत में कहा गया है कि अभिषेक के लापता होने की जानकारी घर के मालिक और वैज्ञानिक के रिश्तेदारों को दी गई थी।