भारत स्काउट और गाइड का “प्रथम सोपान” सम्पन्न, बुनियादी स्काउटिंग कौशल का मिला ज्ञान

झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा : ज़िले के अमड़ापाड़ा प्रखण्ड अंतर्गत +2 हाई स्कूल अमड़ापाड़ा में भारत स्काउट और गाइड का प्रथम प्रशिक्षण (जिसे “प्रथम सोपान” कहा जाता है, एक बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम जो स्काउटिंग और गाइडिंग के सिद्धांतों और प्रथाओं का परिचय देता है) उमा शंकर सिंह, सहायक राज्य संगठन आयुक्त सह जिला संगठन आयुक्त द्वारा 17 जुलाई से 25 जुलाई तक दिया गया।
इसमें शिविर, गतिविधियों और परीक्षणों के माध्यम से करवाया गया, जिसमें बुनियादी स्काउटिंग कौशल, जैसे कि झंडा शिष्टाचार, गांठें, प्राथमिक चिकित्सा, और प्रकृति का ज्ञान सिखाया गया।
प्रथम सोपान प्रशिक्षण के मुख्य पहलू
शिविर:
प्रथम सोपान प्रशिक्षण आमतौर पर एक आवासीय शिविर के रूप में आयोजित किया जाता है, जहां स्काउट्स और गाइड एक साथ रहते हैं और प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लेते हैं।
कौशल प्रशिक्षण:
इसमें विभिन्न प्रकार के कौशल शामिल होते हैं, जैसे कि झंडा शिष्टाचार (झंडे को फहराना और उतारना), गांठें (विभिन्न प्रकार की गांठें बांधना), प्राथमिक चिकित्सा (बुनियादी चिकित्सा उपचार), और प्रकृति का ज्ञान (पेड़-पौधों, पक्षियों, आदि को पहचानना)।
परीक्षण:
प्रशिक्षण के अंत में, स्काउट्स और गाइड्स को एक परीक्षा देनी होती है, जिसमें उनके द्वारा सीखे गए कौशल का परीक्षण किया जाता है।
प्रमाणन:
सफल परीक्षण के बाद, स्काउट्स और गाइड्स को “प्रथम सोपान” प्रमाण पत्र दिया जाता है, जो उनकी प्रारंभिक स्काउटिंग और गाइडिंग प्रशिक्षण की उपलब्धि को दर्शाता है।
प्रथम सोपान का महत्व:
यह स्काउटिंग और गाइडिंग के सिद्धांतों और मूल्यों का परिचय देता है।
उपरोक्त प्रशिक्षण में स्काउट एवं गाइड के 4-4 पेट्रोल शामिल हुए। मौके पर स्काउट मास्टर सह सहायक शिक्षक जोन सुभाष मुर्मू द्वारा प्रशिक्षण में सहयोग एवं उनके द्वारा यूनिट तैयार किया गया।
वहीं सफल प्रशिक्षण के बाद, स्काउट्स और गाइड्स को “प्रथम सोपान” प्रमाण पत्र विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य चंदन कुमार के द्वारा प्रदान किया गया, उन्होंने मौके पर कहा कि यह प्रशिक्षण बुनियादी कौशल सिखाता है जो स्काउट्स और गाइड्स को आगे के प्रशिक्षण और गतिविधियों के लिए तैयार करता है। यह टीम वर्क, नेतृत्व, और आत्म-निर्भरता जैसे गुणों को विकसित करने में मदद करता है।