मांझी को नजर आए रामविलास में भारत रत्न, दिल्ली आवास को स्मारक बनाने के लिए भी लिखा राष्ट्रपति को पत्र
कभी रामविलास पासवान के विरोधी रहे पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी को अब पासवान ‘भारत रत्न’ नजर आते हैं। मांझी ने राष्ट्रपति को पत्र लिख रामविलास पासवान को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की है। साथ ही उनके दिल्ली स्थित आवास को स्मारक बनाने का भी आग्रह किया है। जब तक पासवान जीवित थे तब तक मांझी उनके पाले में रहना नहीं चाहते थे। इस चुनाव के लिए गठबंधन के समय तक यही दिखा। जदयू के लोजपा से विरोध के बीच मांझी जदयू से जुड़े हैं।
बिहार चुनाव में जदयू उम्मीदवारों के खिलाफ लोजपा प्रत्याशी उतारने जा रही। संभव है कि लोजपा हम प्रत्याशियों के खिलाफ भी उम्मीदवार उतारे। ऐसे में जीतन राम मांझी की ओर से पासवान को ‘भारत रत्न’ देने की मांग के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। मांझी शनिवार को गया के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर रामविलास पासवान के अंतिम दर्शन करने उनके एसके पुरी स्थित आवास पहुंचे थे।
इस दौरान मांझी पत्रकारों से बातचीत करते हुए भावुक हो गए और कहा कि रामविलास पासवान दलितों एवं अभिवंचितों के लिए प्रेरणास्रोत थे और रहेंगे। मांझी ने कहा कि रामविलास पासवान ने रेल मंत्री के रूप में रेलवे स्टेशनों पर काम कर रहे कुलियों को स्थायित्व प्रदान किया। सुविधाएं देखकर कुलियों को मर्यादित किया। पूर्व में किसी रेल मंत्री ने ऐसा नहीं किया था। उनके इस काम से मेरे दिल में उनके प्रति प्रतिष्ठा काफी बढ़ गई थी और उनके उस कार्य से मैं उनका मुरीद हो गया। आज मैं दलितों के मसीहा की आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना एवं अंतिम दर्शन को यहां आया हूं।