सूमो वाहन की कुएँ में डूबने से उसमें सवार 6 लोगों की दम घुटने से हुई मौत

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  • दरभंगा से सत्संग कर लौट रहे थे लोग
  • 4 लोग घायल
  • अनियंत्रित बोलेरो बुलेट सवार को धक्का मारते सड़क के किनारे कुएं में डूबी

झारखण्ड/हजारीबाग (संवाददाता, सचिन खंडेलवाल) : जिले के पदमा थाना अंतर्गत राष्ट्रीय उच्च पथ 33 के किनारे कुएँ में समाई सूमो वाहन को निकालने में प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। जिसके चलते तीन घंटे बाद सूमो वाहन को बाहर कुएँ से निकाला जा सका। जिसने भी इस घटना को सुना सभी हतप्रभ रह गए और दुख जताने लगे।

जानकारी के अनुसार कुएं में समायी वाहन कुएँ में फंस गई थी। बुलेट चालक वाहन पर चढ़कर बाहर निकला। कुआं से निकलने के दौरान बुलेट चालक ने सुमो गाड़ी के शीशे को पीछे से तोड़ दिया था। जिसके कारण सुमो में सवार चार लोग जिंदा निकल पाए। इसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। एक बड़ी हाइड्रोलिक क्रेन मंगाई गई। जिसकी मदद से वाहन को निकाला गया। एक आदमी क्रैन के सहारे नीचे उतरा फिर सुमो वाहन को बाहर निकाला गया।

 

 

  • कैसे घटी घटना

रांची-पटना रोड में पदमा रोमी के पास भीषण सड़क हादसे में आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई। वहीं चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

मिली जानकारी के अनुसार सुमो वाहन पर सवार सभी लोग हजारीबाग सदर प्रखंड के मंडई गांव के रहने वाले हैं। सभी लोग गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु से आशीर्वाद लेने प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी शांभवी आश्रम दरभंगा गए थे।

दरभंगा से लौटने के दौरान हजारीबाग मंडई घर पहुंचने से  20 किलोमीटर पहले अनियंत्रित होकर पदमा रोमी के पास एक बुलेट सवार को पहले धक्का मारा फिर बुलेट सवार को घसीटते हुए सूमो वाहन कुएँ में समा गई। कुएँ में बुलेट सहित पहले चालक डूबा और पीछे से सूमो वाहन ही समा गई।

इस दुर्घटना में डॉ गणेश उर्फ ओम प्रकाश साव पिता बाल गोविंद साव, परमेश्वर महतो पिता निर्मल महतो, उनकी पत्नी चंपा देवी पति परमेश्वर महतो,उनकी बेटी परिधि कुमारी उम्र 10 साल पिता परमेश्वर साव, गुंजन राणा पिता रामेश्वर राणा सभी मंडई निवासी और सुमो कार ड्राइवर सूरज कुमार साकिन डीपुगढ़ा की मौत हो गई। वहीं बुलेट चालक सूरजपुरा के मुखिया, सूमो पर सवार सीताराम मेहता, मुकेश मेहता गीता देवी और राम लखन गंभीर रूप से घायल हो गए। मुखिया सीताराम मेहता का इलाज आरोग्यम अस्पताल में किया जा रहा है। वहीं अन्य घायलों का इलाज हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।

  • अस्पताल में अफरा-तफरी

सड़क हादसे के बाद हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल था। ट्रॉमा सेंटर के बाहर महिलाओं के रोने-धोने की चित्कार सुनाई दे रही थी। महिलाओं के विलाप से वातावरण कारूनिक हो गया था। प्रशासन स्तर पर जैसे ही

अस्पताल प्रबंधन को दुर्घटना की जानकारी दी गई। अधीक्षक ने आधा दर्जन 108 एंबुलेंस को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। उसी एंबुलेंस में घायल और मृतकों को लाया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन अलर्ट मोड में आ गया था। ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी पहले से तैयार खड़े थे। जैसे ही 108 एंबुलेंस अस्पताल परिसर स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंचता, अस्पताल के कर्मी स्ट्रेचर लेकर दौड़ पड़ते। तब तक अस्पताल के बाहर भी भीड़ इकट्ठा होने लगी। लोग यह जानने के लिए उत्सुक थे कि कितने लोग घायल हुए हैं और कितने लोगों की मौत हुई है।

 

इसी दौरान सदर विधायक मनीष जायसवाल, भाजपा नेता बटेश्वर प्रसाद मेहता, कांग्रेस नेता मुन्ना सिंह, भाकपा नेता गणेश कुमार वर्मा सीटू, सदर विधायक के मीडिया प्रभारी रंजन चौधरी  सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे। सभी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संतान आदि और सड़क दुर्घटना पर दुख जताया।

  • घटना की जानकारी पाकर मदद में जुटे विधायक प्रतिनिधि
  • सदर विधायक ने घायलों को बंधाया ढांढस

घटना की जानकारी पाकर तत्काल विधायक मनीष सक्रिय हुए और अपने मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी, सदर प्रखंड के विधायक प्रतिनिधि विजय कुमार और कार्यालय कर्मी विशेषांक वर्मा सहित अन्य लोगों को तत्काल अस्पताल भेजकर सहयोग किया। विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने घायलों का आरोग्यम हॉस्पिटल में जाकर भी कुशलक्षेम जाना एवं पोस्टमार्टम प्रक्रिया में भी मदद पंहुचाया। खुद विधायक मनीष जायसवाल भी अस्पताल पहुंचे और घायल के परिजनों से मिलकर उनका ढांढस बंधाया और शवों को उनके घर तक अपने विधायक निधि के दोनों एम्बुलेंस सहित अन्य एंबुलेंस के जरिए भिजवाने में सहयोग किया।

विधायक मनीष जायसवाल ने इस घटना को हृदयविदारक बताते हुए मृतकों की आत्मा की शांति के लिए और शोकाकुल परिवार जनों को इस दुख से उबरने के लिए अदम्य शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से
कामना की ।

 

  • पोस्टमार्टम के बाद शव को सौंपा गया परिजनों को

अस्पताल में मृतक सभी छह लोगों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया गया। डॉ अजय भेंगरा की टीम ने पोस्टमार्टम किया।

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आकाश भगत

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