बैक टू स्कूल के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
- जिले के 25 हजार बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का लिया संकल्प
झारखण्ड/पाकुड़ : डायट भवन सभागार में सोमवार को स्कूल रुआर (बैक टू स्कूल) कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य रूप से जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन एवं सांसद प्रतिनिधि श्री श्याम यादव शामिल हुए। कार्यशाला में बताया गया कि जिले में 3 से 18 आयु वर्ग के लगभग 25 हजार बच्चों को चिन्हित किया गया है। वैसे सभी बच्चों को जोड़ने के लिए है स्कूल रुआर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि वे बच्चे जो विद्यालय छोड़ चुके है, उन्हें वापस लाने एवं उन्हें शिक्षित करना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि रुआर का मतलब वापस आओ होता है। विद्यालय में अनामांकित 3 से 18 आयु वर्ग के सभी बच्चों को हमे विद्यालय में वापस लाना है।
इसके अलावा कक्षा 1 से 11 में नामांकित सभी बच्चों को अगली कक्षा में नामांकन सुनिश्चित कराना है। वहीं नामांकित सभी बच्चों का विद्यालय में उपस्थिति भी सुनिश्चित कराना है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 22 जून से लेकर 15 जुलाई तक चलाया जाएगा। जिसमें विद्यालय के शिक्षक 22 से 30 जून तक बाल पंजी का अद्यतीकरण व विद्यालय से बाहर के बच्चों को सूचीबद्ध करना है। वही शिक्षा विभाग के सभी शिक्षक कर्मी एवं पदाधिकारी को स्कूल रूआर के तहत कार्य योजना को पूर्ण करना है। कहा कि जिले के उपायुक्त जिले को शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ाने को लेकर लगातार प्रयासरत है। उनके द्वारा शिक्षा विभाग को समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने इस जिम्मेवारियों के निर्वहन करने का निर्देश दिया है।
जिला जनसंपर्क पदाधिकरी डॉ चंदन ने कहा कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी है, की एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए। सरकार सभी बच्चों को शिक्षित करना चाहती है। ताकि बच्चे शिक्षित हो कर समाज व देश के विकास में अग्रसर हो सके।
वहीं मौके पर संसद प्रतिनिधि श्री श्याम यादव ने कहा कि बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए सभी जनप्रतिनिधि कृतसंकल्पित है। शिक्षा विभाग के साथ साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अहम भूमिका निभाएंगे।
इस अवसर पर सभी संकुल, प्रखंड साधन सेवी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, समग्र शिक्षा पाकुड़ के सभी पदाधिकारी मौजूद थे।