चांद से टकराया रहस्यमयी रॉकेट, NASA के साइंटिस्ट हैरान
- एक की जगह बन गये दो बड़े गड्ढ़े
अंतरिक्ष की दुनिया में बहुत कुछ ऐसा होता रहता है, जो वैज्ञानिकों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं होते हैं और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिक उस वक्त चकरा गये, जब उन्होंने चांद से आई एक तस्वीर को देखा। ये तस्वीर चांद पर चार मार्च को क्रैश कर गये एक रॉकेट की थी, लेकिन इस क्रैश की वजह से चांद के सतह पर एक डबल क्रेटर, यानि दो गड्ढे बन गये हैं, जिसे देखकर वैज्ञानिक आश्चर्य में हैं।
- लूनर टोही ऑर्बिटर को मिला गड्ढा
नासा के मुताबिक, नासा के लूनर टोही ऑर्बिटर ने हाल ही में चंद्रमा से बेकाबू होकर टकरा गये एक रॉकेट की वजह से बने दो गड्ढों को देखा, जबकि वहां सिर्फ एक ही गड्ढा होना चाहिए था। ये रॉकेट मार्च में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लूनर टोही ऑर्बिटर द्वारा खींची गई इस तस्वीर में दिख रहा है, कि ये गड्ढे अगल-बगल में ही बने हुए हैं, लिहाजा नासा वैज्ञानिकों के लिए ये काफी हैरान करने वाला है।
- चीन का है टकराने वाला रॉकेट
खगोलविदों ने पुष्टि की है, कि दुर्घटनाग्रस्त वस्तु एक रॉकेट का दूसरा चरण का हिस्सा था और बेतरतीब ढंग से टकराने वाली वस्तु की पहचान सबसे पहले बिल ग्रे ने की थी, जो पृथ्वी के पास की वस्तुओं को ट्रैक करने के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोजेक्ट प्लूटो सॉफ्टवेयर का काम देखते हैं। बिल ग्रे ने कहा है कि, जो रॉकेट टकराया है, वो चीन के लुनर मिशन का हिस्सा है। बचा हुआ रॉकेट 4 मार्च को 9,300 किलोमीटर प्रति घंटे की चौंका देने वाली गति से चंद्रमा के सुदूर हिस्से में गिर गया था। चंद्रमा में पहले से ही अनगिनत क्रेटर हैं, जिनकी लंबाई 1,600 मील (2,500 किलोमीटर) तक है। बहुत कम या कोई वास्तविक वातावरण नहीं होने के कारण, चंद्रमा पर उल्काओं और क्षुद्रग्रहों की निरंतर बारिश होती रहती है। वहीं, कई बार अंतरिक्षयान भी चंद्रमा से टकराते हं।