कोरोना के बढ़ते खतरे को देख क्या बिहार में लगेगी पाबंदी? सीएम नीतीश ने कहा- क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद कल होगा फैसला
बिहार में ओमिक्रॉन की दस्तक और कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए आज पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संकेत दिए हैं कि, राज्य में लॉकडाउन या ज्यादा सख्ती बरती जा सकती है। उन्होनें अपनी समाज सुधार अभियान यात्रा को भी रोकने के संकेत दिए। सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि, मंगलवार यानी कल क्राइसिस ग्रुप की एक बैठक होनी तय है। इस क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक और अधिकारियों की और से की गई समीक्षा के बाद बिहार में सख्त पाबंदियों या लॉकडाउन को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, मैंने अधिकारियों से हालात की पूरी समीक्षा करने के लिए कह दिया है। बिहार में कितनी पाबंदियां लगानी है इसे लेकर फैसला कल लिया जाएगा।
बिहार में क्या है स्थिति
आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में बिहार में कोरोना के 352 नए मामले सामने आए। इनमें से 142 मामले तो पटना में ही मिले। आपको यह भी बता दें कि, पटना में नालंदा मेडिकल कॉलेज और पटना हॉस्पिटल में 87 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित मिले हैं। ज्यादातर मामलों में लक्षण नहीं मिले हैं, या हल्के लक्षण हैं। बिहार में अब तक मिले कोरोना मामलों की बात करें तो यहां कोरोना के 7,26,098 केस सामने आ चुके हैं। राहत की बात यह है कि, इनमें से 7.16 लाख लोग ठीक भी हो चुके हैं। सरकारी आंकड़ो में बिहार में अब तक 9661 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 33,750 मामले सामने आए हैं। इस दौरान 123 लोगों ने अपनी जान गवाई है। कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रोन की संख्या भी 1700 पहुंच गई है।देश में ओमिक्रोन वैरिएंट और कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए तमाम राज्य इसकी चुनौतियों से पार पाने के लिए एक बार फिर तैयारी में जुट गए हैं। दिल्ली ने अपने यहाँ येलो अलर्ट जारी कर दिया है। तो वहीं हरियाणा ने भी पाबंदियां लगाई हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए तमाम राज्य अलर्ट मोड पर हैं। कोई भी दूसरी लहर के दौरान की गलती को दोबारा नहीं दोहराना चाहता। नीति आयोग की रिपोर्ट में सबसे लचर स्वास्थ्य सेवा वाले दो राज्य यूपी और बिहार भी कोरोना के खतरे को देखते हुए बिल्कुल सजग हैं।