कांग्रेस के खिलाफ फिर एक्टिव मोड में स्वामी, UPA शासन के दौरान हुए करप्शन से संबंधित मुकदमों में ‘अत्यधिक देरी’ को लेकर PM को लिखा पत्र

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एक बार पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने अपनी किताब में एक बात लिखी थी कि मैं चाहता हूं कि सुब्रह्मणयम स्वामी मेरी पार्टी में रहे। क्योंकि वो बाहर रहेंगे तो मेरे लिए ज्यादा दिक्कत होगी। सोनिया गांधी, जयललिता से लेकर पी चिदंबरम जैसे राजनेताओं के खिलाफ मोर्चा बुलंद करने वाले स्वामी कांग्रेस को एक बार फिर से घेरने के लिए तैयार दिख रहे हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा है।राज्यसभा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के शासनकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार से संबंधित मुकदमों में देरी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।  

भाजपा की छवि इस देरी से धूमिल हो रही

कांग्रेस के प्रति लगातार हमलावर रहने वाले स्वामी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि  नि: संदेह भ्रष्टाचार के कई मामलों के अभियोजन में सरकार की ओर से बहुत अधिक एवं अकथनीय देरी हुई और यह भ्रष्टाचार केंद्र में संप्रग सरकार के रहने के दौरान हुआ।’’ खासकर टूजी, एयसेल-मैक्सिस, नेशनल हेराल्ड, जिनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और सोनिया गांधी पर आरोप हैं, का जिक्र करते हुए स्वामी ने कहा कि इन मामलों में अंतिम निष्कर्ष या दोषसिद्धि तक नहीं पहुंचा जा सका है। उन्होंने कहा,‘‘ पिछले सात साल में इन मामलों में अंतिम निष्कर्ष या दोषसिद्धि नहीं हुई जिसकी स्पष्ट वजह अभियोजकों में उत्साह की कमी है।’’ स्वामी ने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ने को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने वाली भाजपा की छवि इस देरी से धूमिल हो रही है। 

नेशनल हेराल्ड, 2जी, एयरसेल-मैक्सिस केस लिस्ट काफी लंबी है

सुब्रमण्यन स्वामी सबसे पहले तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने कर्नाटक के तत्कालीन सीएम रामकृष्ण हेगड़े पर टेलिफोन टैपिंग कांड का आरोप लगाया था। इस मुद्दे पर खूब राजनीतिक हंगामा हुआ था और बाद में हेगड़े को इस्तीफा तक देना पड़ा। आय से अधिक संपत्ति मामले में जयललिता और शशिकला को निचली अदालत ने दोषी भी ठहरा दिया था। जया को सीएम पद की कुर्सी छोड़नी पड़ी, जिसके बाद पन्नीरसेल्वम पहली बार सीएम बने। हालांकि बाद में हाई कोर्ट ने दोनों को बरी किया था। यूपीए-2 सरकार को जिस केस में सबसे अधिक फजीहत मिली, वह 2जी घोटाला ही था। इस केस से सरकार की साख को करारी चोट पहुंची। केस के कोर्ट तक पहुंचने और इसके खिलाफ कानूनी और राजनीतिक जंग लड़ने वालों में स्वामी सबसे बड़े खिलाड़ी थे। नैशनल हेराल्ड केस में स्वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाने पर लिया था और अदालत के चक्कर भी कटवाएं थे।  वर्ष 2006 में चिदंबरम पर एयरसेल-मैक्सिस केस में वित्तमंत्री  चिदंबरम को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाने के आरोप भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने लगाए थे।

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