मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के कर-कमलों से नियुक्ति पत्र पाकर नव चयनित आबकारी निरीक्षकों के चेहरे खिले
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मुख्यमंत्री जी के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के साथ-साथ अभिनव प्रयोग करते हुए आशिंक कोरोना कर्फ्यू तथा टीकाकरण से प्रदेश में दूसरी लहर के कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया गया है इस अभिनव प्रयोग में कोरोना संक्रमण में निरन्तर कमी आ रही है प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं की जा रही है। 3टी के कारण ही 30 अप्रैल के एक्टिव मामले 3,10,783 घटकर आज 1036 तथा 30 अप्रैल के प्रतिदिन कोविड केस 38 हजार से घटकर आज 55 हो गये है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तक लगभग 04 करोड़ 15 लाख कोविड की डोज दी जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में 05 मई से लक्षण युक्त मरीजों को चिन्हित करने का अभियान चलाया गया। सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है
मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में संक्रमण कम होने के बावजूद, टेस्टिंग कम नहीं की जा रही है गत एक दिन में कुल 2,46,186 सैम्पल की जांच की गयी है प्रदेश में अब तक कुल 6,30,73,005 सैम्पल की जांच की गयी है, जो देश में सबसे अधिक है प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 55 नये मामले आये हैं प्रदेश में विगत 24 घंटे में 107 लोग तथा अब तक 16,84,230 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं
भूजल सप्ताह (दिनांक 16 जुलाई से 21 जुलाई 2021) के समापन अवसर पर कल 22 जुलाई, 2021 को राजधानी लखनऊ में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन अपराह्न 03ः00 बजे से सायं 05ः00 बजे तक इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान, विभूति खण्ड, गोमतीनगर लखनऊ के प्रेक्षागृह में आयोजित किया जायेगा।
यह जानकारी निदेशक भूगर्भ जल विभाग उ0प्र0 श्री वी0के0 उपाध्याय ने दी है। उन्होंने बताया कि समापन समारोह के मुख्य अतिथि मा0 मुख्यमंत्री जी उ0प्र0 होंगे तथा समारोह का उद्घाटन जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह द्वारा किया जायेगा। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उ0प्र0 श्री अनुराग श्रीवास्तव सहित वर्षा जल संचयन/संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी प्रतिभाग करेंगे।सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, उ0प्र0
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज केंद्रीय उर्वरक मंत्री, श्री मनसुख मंडाविया से भेंट की
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री, श्री मनसुख मंडाविया से आज दिल्ली में भेंट कर उत्तर प्रदेश के किसानों की मांग एवं आवश्यकता के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में आयातित यूरिया की आपूर्ति कराने का अनुरोध किया। कृषि मंत्री के अनुरोध पर मा0 केंद्रीय उर्वरक मंत्री द्वारा प्रदेश के किसानों की मांग, आवश्यकता एवं प्रोराटा लक्ष्य के अनुसार ससमय यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया गया।
शाही ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री को बताया कि प्रदेश में स्वदेशी एवं आयातित यूरिया उर्वरक हेतु निर्धारित लक्ष्य कुल 26.89 लाख मी0टन के सापेक्ष 17.69 लाख मी0टन यूरिया की उपलब्धता है। यह भी अवगत कराया गया कि खरीफ एवं रबी के पीक सीजन में कृषकों को उर्वरकों की एक साथ मॉग के समय सुगम उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रदेश में पी0सी0एफ0 द्वारा प्रीपोजीशनिंग योजना के अन्तर्गत सहकारी उर्वरक विनिर्माता/प्रदायकर्ता संस्थाओं यथा मै0 इफको एवं मै0 कृभको से उर्वरक प्राप्त कर भण्डारण भी इसी अवधि में किया जाता है। वर्ष 2021-22 हेतु यूरिया उर्वरक हेतु 5.00 लाख मी0टन प्रीपोजीशनिंग का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके लिए माह जुलाई में आयातित उर्वरक के वैसल से प्रदेश हेतु आवंटन बढाये जाने की आवश्यकता है। शाही ने कहा कि प्रदेश में खरीफ फसलों की बुवाई एवं रोपाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में 20 जुलाई, 2021 तक 58.81 प्रतिशत आच्छादन की पूर्ति हो चुकी है। माह जुलाई एवं अगस्त में खरीफ सीजन की फसलों में यूरिया उर्वरक की टॉप ड्रेसिंग का कार्य कृषकों के द्वारा किया जायेगा। प्रदेश के कृषकों को उनकी आवश्यकतानुसार सुचारू रूप से उर्वरक उपलब्ध कराये जाने हेतु उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर समय से पूर्व यूरिया उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराया जाना अति आवश्यक है। समय से उर्वरक आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने हेतु उर्वरक विनिर्माता/प्रदायकर्ता कम्पनियों के साथ निरन्तर समीक्षा बैठकें भी की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के कर-कमलों से नियुक्ति पत्र पाकर नव चयनित आबकारी निरीक्षकों के चेहरे खिले
प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराये जाने के लिये दृढ़ संकल्प है। इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयनित 130 आबकारी निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री के कर-कमलों से नियुक्ति पत्र पाकर आबकारी निरीक्षकों के चेहरे खिल उठे। इस शुभ अवसर पर श्री रामनरेश अग्निहोत्री, मंत्री आबकारी एवं मद्य निषेध के साथ अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।
नियुक्ति पत्र प्रदान करने के पश्चात् मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि सरकार की पारदर्शी, निष्पक्ष एवं समयबद्ध कार्यप्रणाली के कारण सरकारी विभागों में चयन की प्रक्रिया अब समय से पूर्ण हो रही है। आबकारी एक अत्यन्त महत्वपूर्ण विभाग है, जो मादक वस्तुओं के अवैध व्यापार को रोकने के साथ-साथ राजस्व अर्जित कर प्रदेश के संसाधनों एवं विकास के कार्यों में सराहनीय योगदान करता है। विभागीय कार्य-कलापों में पारदर्शिता लाने एवं प्रदेश में उद्योगों को सहज एवं सुगम वातावरण उपलब्ध कराने हेतु ईज आफ डूइंग बिजनेस के अन्तर्गत विभाग द्वारा शीरा एवं अल्कोहल के उठान एवं वितरण की सम्पूर्ण प्रक्रिया को आनलाइन कर दिया गया है। मदिरा एवं भांग की दुकानों का व्यवस्थापन आनलाइन ई-लाटरी प्रणाली से कराया जा रहा है। सरकार रोजगार के अवसर सृजित करने के लिये लगातार कदम उठा रही है, जिसके क्रम में प्रदेश में कई नई आसवनियॉं, सैनिटाइजर इकाईयॉं एवं माइक्रो ब्रिवरीज स्थापित की गयी है।
मुख्यमंत्री द्वारा अन्त में नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को शासकीय सेवा में आने की बधाई दी गई तथा निष्पक्ष एवं पारदर्शी रहकर राजकीय दायित्वों का पूर्ण निष्ठा एवं लगन के साथ निर्वहन करने की आशा व्यक्त की गयी।
इसी क्रम में श्री रामनरेश अग्निहोत्री, आबकारी मंत्री द्वारा विभाग को 130 आबकारी निरीक्षक प्रदान करने के लिये मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया गया तथा नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि प्रदेश के कर राजस्व में आबकारी विभाग का दूसरा स्थान है, जो सरकार की पारदर्शी एवं निष्पक्ष नीति के कारण सम्भव हुआ है। देश में शीरा एवं अल्कोहल के उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान रखता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश भारत सरकार की कच्चे पेट्रोलियम पदाथों पर निर्भरता कम करने एवं गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य के भुगतान की व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु पेट्रोल में एथनाल मिश्रित किये जाने में महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। एथनाल की आपूर्ति करने वाले प्रदेशों में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। सम्पूर्ण भारत की आपूर्ति का लगभग 34 प्रतिशत की आपूर्ति उत्तर प्रदेश से हो रही है। मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा एवं अपर मुख्य सचिव के कुशल प्रबंधन से प्रदेश में 97 इकाईयों को अल्कोहलयुक्त सैनिटाइजर उत्पादन की अनुमति प्रदान कर कोविड-19 महामारी की रोकथाम हेतु सैनिटाइजर का रिकार्ड उत्पादन कराया गया। आबकारी मंत्री द्वारा नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को शासकीय सेवा में आने की बधाई देते हुए उनसे यह अपेक्षा की गयी कि वे अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करेंगे और कभी भी ऐसा कार्य नहीं करेंगे जिससे कि प्रदेश सरकार एवं आबकारी विभाग की छवि धूमिल हो।
‘‘सिन्धी भाषा के विकास में डॉ0 जयरामदास दौलतराम का योगदान‘‘ विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी
कार्यक्रम अध्यक्ष श्री नानकचन्द लखमानी द्वारा अवगत कराया गया कि यह कार्यक्रम सिन्धी भाषा के प्रचार-प्रसार, संरक्षण तथा संवर्द्धन के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कराया जा रहा है। सिन्धी भाषा की उन्नति को गति देने में यह अत्यन्त सहायक है। समाज के लिए श्री जयरामदास दौलतदाम जी सदैव ही प्रेरणा स्त्रोत रहंेगे। वे अखिल भारत सिन्धी बोलि ऐन साहित सभा (अखिल भारतीय सिंधी भाषा और साहित्य कांग्रेस) के संस्थापक सदस्यांे में से एक थे। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अकादमी द्वारा ऑनलाइन सिन्धी संगोष्ठी, छात्र प्रतियोगिता, गायन, पुस्तक प्रकाशन आदि कार्यक्रम कराये जा रहे हैं। अकादमी द्वारा दिनाँक 25.07.2021 को आगरा में गोष्ठी कार्यक्रम कराया जाना प्रस्तावित है। कार्यक्रम में श्री लीलाराम सचदेवा, श्री सीताराम खत्री, श्रीमती शालिनी राजपाल एवं श्री सुन्दरदास गोहराणी द्वारा अवगत कराया गया कि भारत के संविधान को बनाये जाने में श्री जयरामदास दौलतदाम जी द्वारा योगदान दिया गया। उनके ही अथक प्रयासों से 10 अप्रैल, 1967 को सिंधी भाषा को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित किया गया। श्री जयरामदास दौलतराम द्वारा सिंधी भाषा को संविधान में सम्मिलित कराये जाने से संबंधित किये गये प्रयासों को विस्तृत रूप से वक्ताओं द्वारा श्रोताओं को अवगत कराया गया। उनके द्वारा पत्रकारिता क्षेत्र में भी काफी योगदान दिया गया है इसके साथ ही उनके द्वारा ष्सिंधु जी खोजष् नामक पुस्तक भी लिखी गई हैद्य स्वतंत्रता के बाद उन्हें बिहार का पहला भारतीय गवर्नर नियुक्त किया गया। सन् 1950 में वह असम के राज्यपाल नियुक्त किये गये। दिनाँक 01 मार्च, 1979 में उनका निधन हो गया। उनकी स्मृति मंे भारत सरकार द्वारा सन् 1985 में उनके नाम का डाक टिकट जारी किया गया। उक्त कार्यक्रम का संचालन श्रीमती हीरल कवलानी द्वारा किया गया। अकादमी निदेशक श्री कल्लू प्रसाद द्विवेदी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं तथा अन्य गणमान्य श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
उप मुख्यमंत्री ने जनपद सीतापुर में बारिश से छत और दीवार गिरने से लोगों की हुयी मृत्यु पर व्यक्त किया गहरा शोक
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जनपद सीतापुर में बारिश से छत और दीवार गिरने की दुर्घटनाओं में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि परिजनों को सहायता देने के निर्देश सरकार द्वारा अधिकारियों को दिए गए हैं। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने रंगकर्मी एवं साहित्यकार श्री उर्मिल कुमार थपलियाल के निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है।