माता-पिता ने एक के बाद सुनी दूसरे बेटे की मौत की खबर
- कोरोना ने ली जुड़वा भाइयों की जान!
एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर शायद आप भी हैरान हो जाएंगे। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, मेरठ के जुड़वां भाइयों की पिछले सप्ताह 24 घंटे के भीतर COVID-19 के कारण मृत्यु हो गई।
जोफ्रेड और राल्फ्रेड नाम के जुड़वा भाइयों को 23 अप्रैल को बुखार हो गया था जिसके बाद से वह दोनों ही एक ही अस्पताल में भर्ती थे और उनके माता-पिता को उम्मीद थी कि 10 मई को COVID-19 के लिए नेगिटिव रिपोर्ट आने के बाद उनके दोनों बेटे जल्द ही लौट आएंगे। लेकिन माता-पिता की कड़ी संघर्ष के बीच दोनों भाइयों ने कोरोना वायरस के कारण दम तोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक, दोनों जुड़वा भाइयों की 13 मई और 14 मई को, कुछ घंटों के अंतराल पर मृत्यु हो गई।
टीओआई के मुताबिक, दोनों जुड़वा भाइयों को 23 अप्रैल को बुखार हुआ, जो कई दिनों तक चला। जैसे ही उनकी हालत बिगड़ती गई, 1 मई के आसपास, दोनों को आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया, जब उनके ऑक्सीजन का स्तर गिरना शुरू हो गया तब उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखना पड़ गया। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था और दोनों ने एक घंटे के अंदर ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया। बता दें कि मौत की खबर मिलने के बाद से मात-पिता अपने आपको संभालमने की कोशिश कर रहे। हालांकि, माता-पिता का कहना है कि उनका विश्वास हिल गया है क्योंकि उनके दोनों बेटे इसके लायक नहीं थे।
माता-पिता ग्रेगरी रेमंड राफेल और पत्नी सोजा, दोनों केरल से हैं और मेरठ में सेंट थॉमस स्कूल में शिक्षक के रूप में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके जुड़वा बच्चों ने एक साथ बी टेक किया और हैदराबाद में प्लेसमेंट भी हासिल किया। जहां जोफ्रेड ने एक्सेंचर में काम किया, वहीं राल्फ्रेड हुंडई मुबिस कंपनी के साथ काम कर रहा था। जोफ्रेड कुछ समय के लिए मेरठ में थे और COVID-19 के कारण घर से काम कर रहे थे, जबकि राल्फ्रेड हाथ की चोट के कारण अपने हैदराबाद कार्यालय से छुट्टी पर घर आए हुए थे।
बता दें कि परिवार मेरठ के छावनी क्षेत्र का रहने वाला है, और उन्होंने शुरू में दोनों बेटो का घर पर ही इलाज किया। लेकिन जैसे ही उनके ऑक्सीजन का स्तर गिरने लग गया तो दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। भाई की पहली रिपोर्ट में COVID-19 की पुष्टि हुई, लेकिन कुछ दिनों के बाद दूसरा टेस्ट नेगेटिव आया, इसलिए डॉक्टर उन्हें COVID-19 वार्ड से ICU में ले जाने का सोच रहे थे। माता-पिता ने डॉक्टरों से अनुरोध किया कि उन्हें ट्रांसफर करने से पहले दो और दिनों के लिए कोविड-19 वार्ड में दोनों की निगरानी में रखें। फिर अचानक 13 मई की शाम को माता-पिता को एक बेटे की मौत की खबर आई जिसके कुछ घंटों बाद ही दूसरे बेटे की मौत की खबर आ गई।