ऑल इंडिया लियाफी हजारीबाग मंडल के सभी शाखाओं में मनाई गई लियाफी की स्थापना दिवस
दें की लियाफी का स्थापना दो अक्टूबर 1964 को हुई थी। सभी के पूर्वज स्व देवमुड बिदरी जी एवं स्व अजय कुमार पुरुकस्था जी के नेतृत्व में लियाफी ने अपना अस्तित्व प्राप्त किया है। जिसके फलस्वरूप आज पुरे भारत वर्ष में 2048 शाखा एवं 113 मंडल एवं 8 जोन में संगठन कार्य कर रही है।
आल इंडिया लियाफी कि ओर से (42 सूत्री) चार्टर ऑफ डिमाण्ड भारतीय जीवन बीमा निगम के आदरणीय चैयरमैन साहब को भेजी गई है। आल इंडिया लियाफी अभिकर्ताओं के अधिकार, हक, सुविधा और उनके सम्मान की रक्षा करने के लिये राष्ट्रीय अध्यक्ष नयन कुमार कमल एवं सेक्रेटरी जनरल डॉ कुलदीप बोंल्या जी के साथ सभी जोनल अध्यक्ष एवं जोनल सचिव एवं जोनल कॉन्वेनर सी एल आई ए कृष्ण मुरारी सिंह सहित सभी मंडल व शाखा पदाधिकारी 12 लाख अभिकर्ताओं के अधिकारों के लिये सतत संघर्षशील है।
LIC के अभिकर्ता आर्थिक सैनिकों ने रात-दिन ठंड, गर्मी, बरसात में सभी समय सेवा के लिये तत्पर रहते है।काश्मीर से कन्याकुमारी तक हो या नक्सली क्षेत्र हो ठंड में माईनस डिग्री एवं गर्मी के चिलचिलाती धूप में भी अभिकर्ता सेवा देते रहते है।
आज आल इंडिया लियाफी भारत सरकार एवं LIC से माँग करती है कि कार्य के दौरान डेथ करने वाले अभिकर्ता को 50 लाख मुआवजा राशि मिलनी चाहिए, बुढ़ापा के सहारा के रूप में पी एफ, ग्रेच्यूटी पेंसन एवं आम अभिकर्ताओं को आयुष्मान भारत के तर्ज पर मेडिक्लेम सुविधा मिले। मुख्य जीवन बीमा सलाहकारों को मानद राशि एवं स्थायीकरण किया जाय, LIC के सभी प्लान से GST को समाप्त किया जाये।
आल इंडिया लियाफी के सभी पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के लोकसभा सांसद एवं राज्य सभा सांसद को चार्टर ऑफ डिमांड सोपेंगे।