सोशल मीडिया पर लड़के ने किया चरित्रहरण, लड़की ने परेशान हो उठाया गलत कदम
- तीन मनचलों ने बाप से बेटी को किया दूर
- सुसाइड नोट में अपने मौत का वजह मंजीत कुमार को बताया
- सही समय पर पुलिस करवाई होती तो आज मेरी बेटी जिंदा रहती : दिलीप प्रसाद
- लड़की के शिकायत पर दो लड़कों को पूर्व में जेल भेजा गया था : एसपी
झारखण्ड/हज़ारीबाग : सदर प्रखंड के मासीपीढ़ी बोचो गांव की रहने वाली लड़की मेघना कुमारी ने आज सोमवार को अपने आवास में फांसी लगाकर की आत्महत्या।
सुसाइड नोट में ठहराया दोषी
आत्महत्या करने से पहले लिखे सुसाइड नोट में लड़की ने आरोप लगाया कि कॉलेज के ही तीन दोस्त जिसमें एक लड़के का नाम मंजीत कुमार व उसका भाई रंजीत कुमार एवं मंजीत का दोस्त सचिन सक्सेना जो मारखम कॉलेज के पास रहते है लगभग चार महीने से उसे परेशान कर रहे थे। यहां तक की उसकी कुछ फोटो को कंप्यूटर में एडिट कर उसे ब्लैक मेल कर रहे थे एवं उसकी फेसबुक आईडी को हैक करके फोटो भी अपलोड कर रहे थे।
इस सिलसिले में लड़की ने कई बार मुफस्सिल थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह एवं हजारीबाग पुलिस अधीक्षक के दरवाजे को खटखटाया मगर लाचार लड़की की बात पर किसी भी अधिकारी ने विश्वास नहीं की, जिसके बाद लड़की ने थक हार के रात्रि रविवार को अपने घर के रूम में दुपट्टा का इस्तेमाल करके पंखे के सहारे आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला को समाप्त की।
क्या कहा लड़की के पिता ने
इस विषय पर जब लड़की के पिता दिलीप प्रसाद से बात की गई तो लड़की के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज के ही कुछ मनचले लड़के मेरी बेटी को तंग किया करते थे जिसकी शिकायत बेटी ने स्वयं मुफस्सिल थाना एवं पुलिस अधीक्षक के भी पास की थी। अगर आज पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई की जाती तो मेरी बेटी जिंदा होती।
आगे उन्होंने बताया कि बेटी की मौत की जानकारी तब चली जब घर में सभी लोग थे और बेटी के रूम का दरवाजा काफी देर से बंद था कई बार खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया तो, फिर दरवाजों को तोड़ दिया गया जिसके बाद बेटी पंखे पर दुपट्टा के सारे लटकी हुई मिली।
इस घटना की सूचना तुरंत मुफस्सिल थाना प्रभारी मनोज कुमार को दी जिसके बाद मौके वारदात पर पहुंचकर लड़की के शव को पंखे से उतार के नीचे रखा गया और पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच अस्पताल भेज दिया गया।
गांव में यह घटना आग की तरह फैल गई इसके बाद सभी गांव वाले मुफस्सिल थाना पहुंचे और मुफस्सिल थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी बेटी के हत्यारे तुम हो।
सुसाइड नोट में लड़की ने लिखा
सॉरी मम्मी पापा हमको यह कहना पड़ रहा है कि फांसी लास्ट ऑप्शन है कि हम अब यह जिंदगी खत्म कर दी, यह काम करने पर आज हमको जीने का कोई मतलब नहीं मिल रहा है।
मेरे इस कदम से आप लोगों को बहुत दुःख होगा पर शायद हम ना ही अच्छी बेटी बने, न ही अच्छी बहन इसलिए हमको यह जिंदगी नहीं चाहिए। मेरे पापा बहुत प्यार दिए पर हम अच्छी बेटी नहीं बन पाए।
मनजीत कुमार है मेरी सुसाइड के लिए बहुत टॉर्चर कर दिया है हमको हम बहुत मुश्किल से ठीक हो रहे थे पर यह लड़का हमको सुसाइड करवा कर ही छोड़ा।
पुलिस अधीक्षक ने कहा
इस घटना के बारे पुलिस अधीक्षक से बात हुई तो उन्होंने कहा कि लड़की के द्वारा 16 अगस्त को आवेदन दिया गया था जिसमें दो लड़के की गिरफ्तारी हुई थी और 30 तारीख को उन्हें कोर्ट के द्वारा बेल मिल गया।
निकलने के बाद क्या हुआ और क्या हो रहा था इसकी जानकारी हमें नहीं है। अभी दो लड़कों की गिरफ्तारी हो चुकी है और भी जो लोग इसमें संलिप्त है उन सबों के ऊपर कार्यवाही की जाएगी।