झारखण्ड में एक मार्च से 8वीं से 11वीं तक की कक्षाएं होंगी संचालित, सरकार ने लिया फैसला
- CM ने कहा : अभी कोरोना को नजरअंदाज न करें
- आंगनबाड़ी केंद्र एक अप्रैल से खुलेंगे
- खुलने से पहले सेविकाओं और सहायिकाओं का टीकाकरण पूरा किया जाएगा
झारखण्ड/राँची : एक मार्च से स्कूल और कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत 8वीं से 11वीं तक की कक्षाएं खोलने को कहा गया है. इसके अलावा पार्क और सिनेमाघरों को भी खोलने की इजाजत दे दी गई है।
ज्ञात हो कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण लंबे समय से कोचिंग संस्थान के साथ ही स्कूलों में ताला लटका हुआ है। पर अब आठवीं, नौवीं और 11वीं की कक्षाएं शुरू हो जायेंगी। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।
झारखण्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, राँची के महासचिव रामरंजन कुमार सिंह ने सरकार के इस फैसले का स्वगात किया है एवं नए सत्र से अन्य सभी कक्षाओं के संचालन की अनुमति की मांग भी की। उन्होंने बताया कि निजी विद्यालयों में ताला लगने से राज्य में लाखों विद्यालय कर्मी की न सिर्फ आर्थिक तंगी से बल्कि मानसिक तनाव में जी रहे हैं। अब सबके सब्र का बाँध टूटने के कगार पर है।
- मुख्यमंत्री ने कहा :
कोरोना संक्रमण काल अभी समाप्त नहीं हुआ है। राज्यवासी इसे नजरअंदाज न करें। इसके प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। लोगों को जागरूक करने का अभियान रुकना नहीं चाहिए। इस बीच राज्य सरकार कॉलेज, कोचिंग संस्थान, पार्क, सिनेमाघर, कौशल विकास केंद्र, आठवीं, नौवीं और 11वीं के क्लास शुरू करने पर लगे प्रतिबंध को एक मार्च 2021 से समाप्त करती है। 25 फरवरी से आईटीआई शुरू करें। क्योंकि उनकी परीक्षा लेनी आवश्यक है। यूनिवर्सिटी यूजीसी की गाइड लाइन के अनुरूप कार्य करने को स्वतंत्र है। कोरोना संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन को पूर्ण रूप से पालन करना अनिवार्य होगा। ये बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कही।
लोगों के मनोरंजन के साधन सिनेमाघरों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू करने किया जा सकता है। पार्क में लगा प्रतिबंध भी एक मार्च से हटाया जा रहा है। किसी प्रकार के खेल या कार्यक्रम के आयोजन में खुली जगह पर अधिकतम एक हजार दर्शकों के साथ आयोजित करने की अनुमति सरकार एक मार्च से दे रही है। स्विमिंग पूल फिलहाल स्पोर्टस पर्सन के लिए शुरू किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे निर्देश दिया किया आंगनबाड़ी केंद्रों को एक अप्रैल से शुरू करें, इससे पूर्व आंगनबाड़ी सेविका का टीकाकरण सुनिश्चित होना चाहिए।