प्रदर्शन कर रहे किसान संघों ने कहा- बातचीत को तैयार पर ठोस प्रस्ताव भेजे सरकार
नई दिल्ली : किसान संघों ने बुधवार को सरकार से कहा कि वह नए कृषि कानूनों में निरर्थक संशोधन करने की बात को नहीं दोहराए, क्योंकि इन्हें पहले ही खारिज किया जा चुका है, बल्कि वार्ता के एक और दौर के लिए लिखित में ठोस प्रस्ताव दे। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक किसान नेता ने कहा कि वे बातचीत के लिए राज़ी हैं, लेकिन सरकार को ठोस प्रस्ताव भेजना चाहिए जिस पर अमल होना है।
We urge the govt not to repeat those meaningless amendments which we have rejected but come up with a concrete proposal in writing so that it can be made an agenda, and the process of negotiation can be started as soon as possible: Yogendra Yadav at Singhu border https://t.co/oAWu3hO97f
— ANI (@ANI) December 23, 2020
किसान नेता शिवकुमार कक्का ने बताया, हम पहले ही गृह मंत्री अमित शाह को बता चुके हैं कि प्रदर्शनकारी किसान संशोधनों को स्वीकार नहीं करेंगे। स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा, किसान संघ सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार हैं और सरकार के मेज़ पर खुले दिमाग से आने का इंतज़ार कर रहे हैं। ऑल इंडिया किसान सभा के नेता हन्नान मोल्ला ने दावा किया कि सरकार किसानों को थकाना चाहती है ताकि प्रदर्शन खत्म हो जाए।