जमानत याचिका पर सुनवाई से एक दिन पहले बंगला से वार्ड में शिफ्ट किए गए लालू
चारा घोटाल के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से अपने पुराने ठिकाने पहुंच गए हैं। दर्जनों पुलिसकर्मियों की घेराबंदी में उन्हें गुरुवार शाम 4 बजे केली बंगला (निदेशक आवास) से 100 मीटर की दूरी पर स्थित रिम्स पेइंग वार्ड के वार्ड नंबर 11 मे शिफ्ट किया गया।
शुक्रवार को झारखंड हाईकोर्ट में लालू यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है और उससे एक दिन पहले आलीशान बंगले से हटाया गया है। रिम्स प्रबंध के आग्रह पर जेल अधीक्षक ने की कार्रवाई लालू यादव को निदेशक आवास से पेइंग वार्ड में शिफ्ट करने का आग्रह 25 नवंबर को ही रिम्स प्रबंधन ने जेल अधीक्षक किया था। रिम्स के आग्रह पर जेल आधीक्षक की तरफ से यह कार्रवाई की।
जेल आईजी बीरेंद्र भूषण ने बताया कि रिम्स के पास ये अधिकार होता है कि वे अपने मरीज को सुविधा अनुसार जहां चाहे रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि निदेशक बंगला को लालू प्रसाद यादव के लिए विशेष वार्ड बनाया गया था। अब वे उन्हें दोबारा से विशेष वार्ड से निकाल कर पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिए हैं। आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी से ढोया गया लालू का सामान पेइंग वार्ड में शिफ्ट होने के लगभग दो घंटे तक लालू का सामान निदेशक बंगला से पेइंग वार्ड तक आता रहा। इसमें आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष समेत तीन-चार गाड़ियां लगी हुई हुई थी। गैस स्टोब और सिलेंडर से लेकर हीटर तक लालू के लिए केली बंगला में लगाया गया था। अब वो सारा सामान पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
जेल अधीक्षक की रिपोर्ट से पहले ही किया गया शिफ्ट
रांची के डीसी छवि रंजन ने जेल अधीक्षक से 24 घंटे के अंदर पूरी रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट से पहले ही लालू यादव को पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। छवि रंजन ने जेल आईजी से मिले निर्देश के बाद ये रिपोर्ट मांगी थी।
डीसी ने जेल अधीक्षक से पूछा है कि क्या यह सच है कि लालू के मामले में जेल मैन्युअल का उल्लंघन हो रहा है। लालू प्रसाद यादव तक मोबाइल कैसे पहुंचा? जेल आईजी ने जांच के दिए थे आदेश इससे पहले बुधवार को झारखंड के जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच का आदेश दिया था। उन्होंने रांची डीसी और एसएसपी इसके जांच का निर्देश दिया था। उन्होंने एक ओर जहां पूरे मामले की छानबीन कर रिपोर्ट देने की बात कही है, वहीं दूसरी ओर यह भी कहा है कि सुरक्षा के मामले में इस तरह की लापरवाही ठीक नहीं है।
जेल आईजी ने सुरक्षा में तैनात जवानों को भी सचेत करने को कहा है, ताकि लालू प्रसाद से बिना इजाजत कोई न मिल सके। 12 दिन से गेस्ट हाउस में रह रहे डायरेक्टर बंगला में सजायफ्ताा कैदी के रहने के कारण रिम्स के डायरेक्टर कामेश्वर प्रसाद फिलहाल मोरहाबादी के स्टेट गेस्ट हाउस में रह रहे हैं। उन्हें हर दिन का 400 रुपए किराया चुकाना पड़ रहा है। इस हिसाब से बंगला रहते रिम्स निदेशक लगभग 4800 रुपए का किराया दे चुके हैं। वे यहां 15 नवंबर से रह रहे हैं। रिम्स प्रबंधन का निर्णय जमानत याचिका पर सुनवाई से एक दिन पहले बंगला से वार्ड में शिफ्ट किए गए लालू, अब रिम्स के पेइंग वार्ड में रहेंगे चारा घोटाल के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से अपने पुराने ठिकाने पहुंच गए हैं।