राँची में आम लोगों के छूट रहे पसीने – पहाड़ चढ़ना आसान, ट्रैफिक चालान जमा करना मुश्किल

झारखण्ड/राँची : मामला राज्य की राजधानी में ट्रैफिक चालान भरने का है। यहां आम जनता के पसीने छूट रहे हैं। ट्रैफिक चालान ऑनलाइन चालान जमा नहीं होने से जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऑफलाइन चालान जमा करने के लिए घंटों कतार में प्रतिक्षा करना पड़ रहा है।
वर्तमान में राँची में केवल कचहरी चौक स्थित ट्रैफिक कंट्रोल के परिसर में ट्रैफिक चालान जमा हो रहा है वहां भी सिर्फ एक ही काउंटर है। जिसमें एक चालान जमा करने में काफी समय लग रहा है। वो भी तब, जब इंटरनेट और सर्वर की स्पीड ठीक रहे। महिला और पुरुष दोनों के लिए एक ही कांउटर है। जहां सैंकड़ों लोग चालान भरने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं।
ट्रैफिक चालान भरने के कतार में खड़े लोगों का कहना था कि दो से तीन साल पुराना चालान अभी भेजा गया है। ऊपर से ऑनलाइन चालान जमा नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों ने कहा कि सुबह आठ बजे से चालान भरने के लिए लोग आ जा रहे हैं। शाम 6 बजे तक चालान जमा लिया जाता है। वहां मौजूद एक सज्जन ने कहा कि वो दो दिन से चालान भरने आ रहे है। अभी भी कतार में ही लगे हुए हैं।
इस मामले पर जब रांची ट्रैफिक एसपी कैलाश करमाली से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि पुराने चालान बहुत पेंडिंग थे। उसमें तेजी लायी गई है, इसलिए पुराने चालान लोगों को मिल रहे हैं।
ऑनलाइन चालान जमा नहीं होने के पीछे ट्रैफिक एसपी ने कहा कि जो चालान रेड लाइट उल्लंघन के हैं, उनका चालान ऑफलाइन ही जमा होता है। इसके लिए लोगों को निर्धारित सेंटर से चालान जमा करना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को जो परेशानी हो रही है, उसे कम करने का प्रयास करेंगे। साथ ही अभी एक ही सिस्टम है, जिस कारण एक काउंटर है, उसे बढ़ाया जाएगा।