झारखण्ड के 325 सरकारी स्कूल सीबीएसई की मान्यता के लिए करेंगे अप्लाई, पढ़े पूरी रिपोर्ट

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  • स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की तैयारी
  • मापदंड पर खरा उतरने पर ही मिलेगी सीबीएसई की मान्यता
  • सभी जिलों को दिए गए दिशा -निर्देश

 

झारखण्ड/रांची : राज्य के 325 सरकारी आदर्श विद्यालयों को आगामी सत्र से सीबीएसई की मान्यता दिलाने के लिया विभाग ने कमर कस लिया है। उपरोक्त सभी स्कूलों को मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है।

 

  • मान्यता के लिए सभी स्कूलों को करना होगा रजिस्ट्रेशन 

सीबीएसई की मान्यता के लिए सभी स्कूलों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। सभी स्कूल 30 अप्रैल 2024 तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करेंगे। इन स्कूलों को 2025-26 शैक्षणिक सत्र से सीबीएसई की मान्यता दिलायी जानी है। इसके लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने सभी जिलों को निर्देश भेज दिया है।

 

  • क्या है निर्देश

शिक्षा विभाग ने जिलों को निर्देश दिया है कि पहले चरण में सीबीएसई के सरस पोर्टल पर सभी 325 स्कूलों का रजिस्ट्रेशन किया जाना है। रजिस्ट्रेशन के बाद सभी स्कूल केवाईसी (नो योर कस्टमर) किया जाना है। केवाईसी पूरा होने के बाद स्कूल का राज्यस्तर से रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा किया जाएगा।

 

 

  • संबद्धता के लिए कई प्रमाणपत्र जरूरी

सीबीएसई की संबद्धता के लिए कई प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराये जाने हैं। इसमें भवन सुरक्षा प्रमाण पत्र, अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र, सेफ ड्रिंकिंग वाटर एंड सेनिटरी कंडिशन सर्टिफिकेट शामिल हैं।

 

 

 

  • कहां से प्राप्त करें संबद्धता के लिए प्रमाणपत्र

भवन सुरक्षा प्रमाणपत्र में भवन प्रमंडल कार्यालय से बिल्डिंग सेफ्टी सर्टिफिकेट प्राप्त किया जा सकता है। यह नहीं मिलने पर सरस पोर्टल द्वारा सिस्टम जेनरेट अंडरटेकिंग सर्टिफिकेट का प्रयोग किया जा सकता है। अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र के लिए राज्य सरकार के सिंगल विंडो सिस्टम में अप्लाई करते हुए इसे प्राप्त किया जा सकता है।

 

 

वहीं सेफ ड्रिंकिंग वाटर सर्टिफिकेट के लिए संबंधित विभाग से आवेदन कर प्राप्त किया जा सकता है।

 

सभी जिलों को शिक्षा विभाग ने कहा कि इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ससमय रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करवाएं, ताकि सीबीएसई से संबंद्धता प्राप्त करने की प्रक्रियू पूरी की जा सके। अब देखना दिलचस्प होगा कि एक ओर जहां सरकारी स्कूलों में पठन-पठान के अलावे सब होता है वहां सीबीएसई की मान्यता के मापदंड पर कितने स्कूल खरा उतरते है।

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आकाश भगत

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