सड़क हादसे में हुई दर्दनाक मौत से आक्रोशित छात्रों और मृतकों के परिजनों ने दुमका-साहिबगंज मुख्य मार्ग को घंटो रखा जाम

- “खेलो झारखण्ड” में हिस्सा लेने जा रहे थे दो छात्र
- उचित मुआवजा व अन्य मांग को ले किया रोड जाम
- आक्रोशित छात्रों व मृतकों के परिजनों ने दुमका साहिबगंज मुख्य मार्ग को सुबह 9 बजे से संध्या तक रखा जाम
- एसडीपीओ नूर मुस्तफा, बीडीओ समेत वरीय पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद शाम के सात बजे हटाया जाम
झारखण्ड/दुमका, गोपीकांदर : जिले के गोपीकांदर थाना क्षेत्र में बीते 27 अक्टूबर को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में तीन युवकों (सभी मृतक छात्र अमड़ापाड़ा प्लस टू हाई स्कूल के छात्र) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।
आज तीन युवकों की मौत से आक्रोशित छात्रों और मृतकों के परिजनों ने दुमका-साहिबगंज मुख्य मार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया। छात्रों और परिजनों ने आज सुबह करीब १०:०० बजे सड़क जाम कर दिया।जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ कई किलोमीटर तक वाहनों की लम्बी कतार लग गई।
- क्या थी मांग
छात्र व परिजन जाम लगाकर जिला प्रशासन से आश्रितों को उचित मुआवजा देने, उनके नाम से प्रत्येक वर्ष मैराथन दौड़ शुरू करने, दुमका साहिबगंज मुख्य मार्ग पर जियापानी डाउन के समीप स्पीड ब्रेकर बनवाने, सोलर लाइट लगवाने एवं जियापानी मोड़ के पास 24 घंटे गार्ड तैनात करने एवम् प्रत्येक मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे।
- प्रशासन रही मुस्तैद
जाम की सूचना मिलने पर एसडीपीओ नूर मुस्तफा,पाकुड़ डीएसपी बीएन प्रसाद, गोपीकांदर बीडीओ सह सीओं अंनत कुमार झा, काठीकुंड सीआई सुशील कुमार सहित अमड़ापाड़ा दरोगा, गोपीकांदर एएसआई राजन सिंह, भरत भूषन सिंह सहित काफी संख्या में पुलिस बल पहुँचे। जाम को देखते हुए महिला पुलिस बल को भी बुलाया गया। सड़क जाम से गुम्मामोड़ से लेकर अमड़ापाड़ा और दुर्गापुर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई।
- जाम में फंसे यात्रियों का हाल बेहाल
जाम में यात्री वाहन, कोयला गाड़ी, मालवाहक वाहन, छोटे-बड़े सैकड़ों वाहन फंस गए। जाम के कारण यात्री व राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जाम के दौरान सिर्फ एंबुलेंस को जाने दिया गया।
मौके पर बीडीओ ने कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकारी प्रावधान के मुताबिक जल्द से जल्द मुआवजा का भुगतान कर दिया जाएगा। इसके अलावा बीडीओ द्वारा दुमका साहिबगंज मुख्य मार्ग पर जियापानी डाउन के समीप स्पीड ब्रेकर बनवाने,सोलर लाइट लगवाने एवं जियापानी मोड़ के पास 24 घंटे गार्ड तैनात करने का भरोसा दिया गया। मौके पर मौजूद पदाधिकारियों द्वारा छात्रों व परिजनों को उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन देने के बाद तकरीबन शाम के सात बजे जाम हटा दिया गया।