ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन पाकुड़ शाखा ने मनाया ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन का शताब्दी वर्ष
झारखण्ड/पाकुड़ : ज़िले में ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन पाकुर शाखा द्वारा अपने शाखा कार्यालय को विद्युत साज-सज्जा के साथ सजाकर कर्मचारियों सहित मिष्ठान ग्रहण कर ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन का शताब्दी वर्ष मनाया।
शाखा सचिव संजय ओझा ने बताया कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन का गठन 1923 में कर्मचारियों के नेतृत्व में अंग्रेजों द्वारा रेलवे में कार्यरत भारतीय मजदूरों के साथ किए जाने वाले भेदभाव एवं उत्पीड़न के विरुद्ध सामूहिक संघर्ष को मजबूती प्रदान करने के लिए किया गया था।
ज्ञात हो कि जब भारत में अंग्रेजों का शासन था और ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा भारत में रेल की स्थापना के समय से ही रेलवे में अंग्रेजों द्वारा भारतीय कामगारों के साथ भेदभाव किया जाता था ,जैसे समान काम के लिए अलग-अलग वेतन, भारतीय कामगारों के लिए काम के घंटे अधिक तय करना, भारतीय मजदूरों को छुट्टी एवं अन्य सुविधाओं से वंचित रखना जैसी अनेक समस्याएं थी इसके विरुद्ध कर्मचारियों का एक समूह उठ खड़ा हुआ और अंततः कर्मचारियों द्वारा निर्मित संगठन ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन अपने अस्तित्व में आया। अपने गठन के समय से ही जुझारू प्रवृत्ति के कारण अंग्रेजों के समय में ही रेलवे कर्मचारियों के हित में कई संशोधन करवाने में सफल रहा। तत्पश्चात ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन कई कुशल कर्मठ एवं साहसी कर्मचारी नेता के हाथ में संगठन का संचालन रहा, जिसमें प्रमुख रूप से भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति वीवी गिरी, पूर्व रेल मंत्री मधु दंडवते, जॉर्ज फर्नांडीस, जयप्रकाश नारायण, ज्योति बसु, जेपी उपाध्याय, राखल दास गुप्ता, उमराव मॉल पुरोहित सहित कई लोगों ने संगठन को आगे बढ़ाने का काम किया।
श्री ओझा ने बताया कि लगातार 100 वर्षों से रेल कर्मचारियों के हित में काम करने वाला संगठन आज शताब्दी वर्ष मना रहा है और आज भी रेलवे कर्मचारियों के बीच सर्वाधिक लोकप्रिय है। भारतीय रेलवे के 17 में से 15 जून में प्रथम स्थान पर रहते हुए इसे कुल 44.3% कर्मचारियों का समर्थन प्राप्त है।
इस शताब्दी वर्ष के समय शाखा कार्यालय में रेलवे कर्मचारी उपस्थित होकर एक दूसरे को मिष्ठान खिलाया एवं ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के साथ मजबूती से खड़े रहने की शपथ ली।
इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष एवं शाखा सचिव सहित निलेश प्रकाश, अमन मल्होत्रा भागवत प्रसाद शर्मा, रामकुमार यादव, ज्योतिर्मय साहा, लखीराम हेमरोम, संदीप कुमार साह, बिहारी प्रसाद, शिवम कुमार, प्रवीण कुमार, सुनील कुमार सिंह, ओंकार नाथ ओझा, मनोज कुमार आदि सहित कई रेलवे कर्मचारी उपस्थित थे।