पत्रकार मक़सूद ने खून देकर गर्भवती महिला की बचाई जान

- 15 वीं बार किया रक्तदान
झारखण्ड/पाकुड : पत्रकार को एक बुद्धिजीवी इंसान माना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि एक पत्रकार की सोच और नजरिया आम लोगों से अलग होती है क्योंकि पत्रकार की नजर हमेशा दूसरे पहलु पर रहती है।
उपरोक्त बातें पाकुड के पत्रकार सह पाकुड प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष मक़सूद आलम ने अपने 15 वीं रक्तदान के मौके पर कही। उन्होंने एक गर्भवती महिला सीता पहाड़िन (22 वर्ष) की रक्तदान कर जान बचाई।
सदर ब्लॉक के चांचकी गांव के एक युवा सामजसेवी और वार्ड पार्षद बानीज सेख को सूचना मिली की एक गर्भवती महिला अस्पताल में एडमिट है, उन्हें एनीमिया भी है और जल्द से जल्द ओ पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता है। बानीज ने पाकुड के मक़सूद आलम से संपर्क किया। श्री आलम ने तुरंत ब्लड देने की हामी भर दी। श्री आलम ने ब्लड देने के बाद कहा कोई चाहे किसी भी पेशे से जुड़ा हो, लेकिन पहले वह इंसान होता है।ज्ञात हो कि श्री आलम ने कोरोना काल में जब लोग खून देने से डर रहे थे उस दौरान 26 मार्च 2021 को भी खून की कमी से जूझ रही लिट्टीपाड़ा की एक महिला की रक्तदान कर जान बचाई थी। उन्होंने युवाओं को अधिक से अधिक ब्लड डोनेट करने की अपील भी है।
मौके पर उनके साथ चांचकी के मुखिया मुख्तार हुसैन,युवा सामजसेवी असीम अकरम,कमाल सेख एवं पैथॉलजीस्ट नवीन जी मौजूद थे।