कोयलांचल में विशेष स्थाई छठ घाट निर्माण न होना दुर्भाग्यपूर्ण

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झारखण्ड/धनबाद (ब्यूरो, राजेंद्र वर्मा) : लोक आस्था के महापर्व के मद्देनजर छठघाट का निरक्षण झामुमो के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा किया गया तथा संबंधित पदाधिकारी से टेलीफोन वार्तालाप कर आवश्यक कार्रवाई की बातें कही गई।

 

 

 

उपरोक्त अवसर पर झामुमो के पूर्व अध्यक्ष देव महतो ने बताया की जिला में स्थाई रूप से मनाने के लिए छठ व्रतियों को बहता पानी में विशेष छठ छठ घाट में निर्माण न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। तालाबों का निरीक्षण करते हुए गहरी नाराजगी जताते हुए उन्होनें बताया कि प्राकृतिक ने धनबाद को चारों ओर से कतरी, दामोदर, बराकर एवं अन्य नदियों के अपने आँचल मे घेर रखा है। उक्त नदियो में सालो भर पानी बहती रहती है परन्तु जनप्रतिनिधियों की उदासीन की कमी से इन नदियो मे स्थाई छठ घाट निर्माण नहीं किया गया। यह घोर इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है।

 

 

स्थानिय सांसद 30 वर्षो से मठाधिश की तरह जमे हुए है कई सरकार आई ओर गए पर स्थानिय सांसद ने आस्था के महापर्व को महत्व देना उचित नहीं समझा जिस कारण छठ व्रतियों को बाध्य होकर छोटे-मोटे तालाब, पोखर एवं गंदगी के बीच जमा पानियों में छठ व्रत मनाने को बाध्य होना पड़ रहा है। उन्होने सांसद महोदय से मांग करते हुए कहा कि पटना सहित कई स्थानों पर निर्मित स्थाई छठ घाट के तर्ज पर कोयलांचल के दामोदर कतरी बडाकर एवं अन्य जलाशयों में स्थाई व विशेष रूप से छठ घाट के निर्माण करें।

 

 

 

मौके पर शिव कुमार यादव, टिंकू सरकार, मिहर दत्ता, उत्तम शर्मा, दिलीप साहू सहित दर्जनों झामुमो कार्यकर्ता मैजूद थे।

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आकाश भगत

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