ममता बनर्जी के खिलाफ मैदान में उतरे दुकानदार, अचार विक्रेता सहित 12 उम्मीदवार!
पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव होने वाले है और सबकी नजरें भवानीपुर सीट पर टिकी हुई हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंंत्री ममता बनर्जी भी चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं। नंदीग्राम से सीट हारने के बाद ममता बनर्जी अब भवानीपुर सीट जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है। मुख्यमंत्री का पद बनाए रखने के लिए ममता का उप चुनाव जीतना काफी जरूरी है। ममता बनर्जी को चुनौती देने में न केवल भाजपा की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल और माकपा के उम्मीदवार श्रीजीत विश्वास शामिल है बल्कि इस चुनाव को और दिलचस्प बनाने के लिए इसमें एक वित्तीय सलाहकार, एक योगा ट्रेनर, एक स्कूल प्रिंसिपल, अचार विक्रेता, स्टेशनरी दुकान का मालिक और स्वर्ण पदक विजेता शास्त्रीय संगीतकार सहित 12 उम्मीदवार शामिल है। बता दें कि ममता को चुनौती देने के लिए यह उम्मीदवार जोरों से तैयारी कर रहे है। इन उम्मीदवारों में 6 निर्दलीय शामिल है। 30 सितंबर को उपचुनाव होंगे और 3 अक्तूबर को चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा।
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ममता के खिलाफ मनोरंजन के लिए लड़ रहे चुनाव!
नंदीग्राम में हार मिलने के बाद ममता बनर्जी काफी चर्चे में आ गई है। इस चुनावी लड़ाई में ममता के खिलाफ उतरें उम्मीदवार केवल मनोरंजन के लिए लड़ने का दावा कर रहे हैं। वहीं कुछ बदले की भावना से ममता के खिलाफ मैदान में लड़ने के लिए उतरें है। अचार विक्रेता और स्वयं सहायता समूह का प्रबंधन करने वाली रूमा नंदन ने बताया कि, ममता के खिलाफ प्रसिद्धि हासिल करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, इस चुनाव से सामाजिक कार्यों को जारी रखने में काफी मदद मिलेगी। वहीं उम्मीदवार सुब्रत बोस और मलय गुहा रॉय ने खुदा माना कि यह चुनाव केवल मनोरंजन के लिए लड़ा जा रहा है। वित्तीय सलाहकार सुब्रत बोस जिन्होंने नंदीग्राम में चुनाव लड़ा था और 77 वोट हासिल कर काफी लोकप्रियता हासिल की थी वहीं पर्यावरणविद्और शास्त्रीय संगीत में स्वर्ण पदक विजेता चंद्रचूर गोस्वामी भ्रष्टाचार और चुनाव के बाद हुई हिंसा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे है।