विधानसभा स्पीकर परमार के कार्यक्रम में पूर्व कांग्रेस विधायक को युवक ने जडा थप्पड और नीचे गिराने की कोशिश की

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धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा के स्पीकर विपन सिंह परमार के चुनाव क्षेत्र सुलह में एक सरकारी कार्यक्रम में सरेआम गुंडागर्दी का नजारा उस समय देखने को मिला, जब उनके विरोधी पूर्व विधायक जगजीवन पाल परमार की ओर से किये जा रहे शिलान्यास के विरोध में मौका पर आ डटे। 
 
 
 
मामला इस कदर भडका कि वहां मौजूद एक व्यक्ति ने कांग्रेस नेता को थप्पड जड दिया। फिर धक्का दिया। घटना का वीडियो सोशल मिडिया में सामने आने पर अब मामले ने तूल पकड़ा है। हालांकि, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।  घटना तीन दिन पहले की बताई जा रही है। 
 
 
 

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पूर्व कांग्रेस विधायक और सीपीएस को थप्पड़ जड़ने का एक वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने विरोध जताते हुये कहा कि यह सब परमार के इशारे पर किया गया है। इसका माकूल जवाब दिया जायेगा।
 
 
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने घटना पर सवाल उठाते हुये पूछा है कि यह क्या हों रहा हैं, एक जनता के प्रतिनिधि पूर्व विधायक और सी॰पी॰एस॰ जगजीवन पाल जी के साथ जो दुर्व्यवहार भाजपा के गुंडो द्वारा पुलिस की मौजूदगी किया गया। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे शांत राज्य में इस तरह की हरकतें, व भी एक पूर्व में रहे विधायक से साथ मात्र जनता की आवाज़ उठाने के लिए सत्ता पक्ष के अहंकार और घमंड को दर्शाता हैं। इसका करारा जवाब मिलेगा। जनता सब देख रही हैं।
 
 
 

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मिली जानकारी के मुताबिक कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा चुनाव क्षेत्र की रड़ा पंचायत में पंचायत भवन के शिलान्यास हो रहा था। मौजूदा भाजपा विधायक और विधानसभा स्पीकर विपिन सिंह परमार शिलान्यास करने वाले थे। बताया जा रहा है कि पंचायत प्रधान और बाकी सदस्यों को शिलान्यास की जानकारी नहीं थी और इसी बात पर पूर्व विधायक जगजीवन पाल भी परमार का विरोध करने जा रहे थे। इससे पहले कि जगजीवन पाल शिलान्यास स्थल पर पहुंचते, पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया ।  इस दौरान जगजीवन पाल को एक शख्स ने पीछे से थप्पड़ जड़ दिया और धक्का भी दे दिया। 
 
 

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बाद में जगजीवन पाल मौके पर ही ही धरने पर बैठ गए।  पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने इस शिलान्यास का विरोध जताया है क्योंकि न तो पंचायत के प्रधान को इसकी सूचना दी गई थी और न ही वार्ड पंचों को।  पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष परमार अपनी मर्जी कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा है कि भीड़ में गांव के लड़के जसवीर कुमार ने उनके सिर पर किसी चीज से चोट मारी है।  जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। जगजीवन पाल ने कहा कि जब तक न्याय नही होता तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा। 
 
 
  
इस मामले में विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार का कहना है कि मैंने जो भी किया है, ठीक किया है और मुझे किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। बाद में मीडिया से दूरी बनाने के लिए में विधानसभा अध्यक्ष ने अपना रास्ता ही बदल दिया।

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