खनन माफिया को रोकने में सरकार नाकाम-खड्डों-नालों का सीना हो रहा छलनी- कांग्रेस
शिमला —बरसात के मौसम में खनन माफिया प्रदेश में खासा सक्रीय है।प्रदेश के नदी-नाले-खड्डों में अवैध खनन ज़ीरो पर है लेकिन सरकार का कोई नियंत्रण नज़र नहीं आ रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज कहा कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।हर छोटे बड़े नदी-नालों में अवैध खनन जोरों पर है।यही वजह है कि आज गांव के गांव धंसने लगे हैं।बड़े स्तर पर भूमि कटाव के मामले सामने आ रहे हैं।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में हो रहे भूस्खलन के मामलों का मुख्य कारण अवैध खनन ही है।अगर इसी तरह अवैध खनन होता रहा और सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो हिमाचल को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार का अवैध खनन को रोकने का तंत्र कमज़ोर है।कागजों में तो लंबी चौड़ी फौज इस कार्य के लिए तैनात है लेकिन धरातल पर परिणाम शून्य है।
दीपक शर्मा ने कहा कि अवैध खनन माफिया की सरकार पर पकड़ इतनी मजबूत है कि शिकायतों पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है।कांग्रेस नेता ने सरकार को चेताते हुए कहा कि प्रकृति की रक्षा के लिए,प्रदेश के अस्तित्व के लिए यह आवश्यक है कि सरकार खनन बारे दूरगामी नीति बनाए।छोटे नदी नालों का तटीकरण करने,भूमि कटाव रोकने हेतु वृक्षारोपण करने आदि के कार्यों को गम्भीरता के साथ करने की आवश्यकता है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार को अदूरदर्शी, अनुभवहीन बताए हुए अवैध खनन पर अफसोस जताया और गहरी चिंता व्यक्त की।उन्होंने कहा कि सरकार माफिया के चंगुल से बाहर निकले।प्रदेशहित में कठोर निर्णय ले तभी अवैध खनन पर लगाम लगाई जा सकती है।
दीपक शर्मा ने कहा कि अक्सर सत्तारूढ़ भाजपा नेताओं पर माफिया से मिलीभगत के आरोप लगते आ रहे हैं।निसन्देह बिना सत्तासीन लोगों के संरक्षण से माफिया के हौंसले बुलंद नहीं हो सकते।उन्होंने कहा कि आज आमजन भी अपने अपने क्षेत्रों में हो रहे अवैध खनन के प्रति चिंतित है और आवाज़ उठा रहा है,विरोध कर रहा है लेकिन सरकार प्रदेश के हितों की अनदेखी करके खनन माफिया को संरक्षण दे रही है।
