कोरोना वायरस की सम्भावित तीसरी लहर के प्रति सरकार लापरवाह: कांग्रेस
धर्मशाला। जिस तरह से कोरोना महामारी के मामले धीरे धीरे बढ़ने लगे हैं उससे महामारी की तीसरी सम्भावित लहर के आने का अंदेशा बढ़ने लगा है। ऐसे समय में सरकार को जहां विशेष इंतजामात करने की आवश्यकता है वहीं करोना के प्रति गम्भीरता दिखाने की भी ज़रूरत है। लेकिन सरकार की कार्यप्रणाली से कोई गम्भीरता नज़र नहीं आ रही। ऐसा लगता है कि सरकार की प्राथमिकता मात्र आगामी समय में होने वाले उपचुनाव ही हैं। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज भाजपा सरकार पर लगाए।
इसे भी पढ़ें: अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से कश्मीर के हस्तशिल्प क्षेत्र को क्या लाभ हुआ ?
उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही का ख़मियाज़ा जनता भुगत चुकी है।लेकिन सरकार ने उससे कोई सबक नहीं सीखा।जिस तरह से जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया गया था अब फिर सरकार उसी तरह का लापरवाहीपूर्ण रवैया अपनाए हुए है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में अबतक 3500 से ऊपर लोग जान गंवा चुके हैं।यह सरकार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था का नतीजा है। अब आने वाले समय में सम्भावित तीसरी लहर को और भी खतरनाक बताया जा रहा है।ऐसे में सरकार को गम्भीरता दिखानी चाहिए।
इसे भी पढ़ें: MP में बारिश ने मचाई आफत, वायुसेना के हेलीकॉप्टर हुए मदद के लिए रवाना
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वैक्सिनेशन अभियान को हर रोज़ मॉनिटर करने की आवश्यकता है।ताकि सम्भावित खतरों से जनता की जान की रक्षा हो सके।लेकिन सरकार का वैक्सिनेशन अभियान बहुत धीमी गति से चल रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जिस रफ्तार से वैक्सिनेशन अभियान चलाया जा रहा है उससे तो आगामी दो सालों तक पूरा हिमाचल वेक्सीनेट नहीं हो पाएगा।यह स्थिति चिंताजनक है।दीपक शर्मा ने कहा कि अबतक तो सरकार को पूरे इनताज़ाम कर लेने चाहिए थे।लेकिन सरकार सोई है।जनता परेशान है।उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी ने आगामी समय में तीसरी लहर के खतरे को भांपते हुए कार्यकर्ताओं के विशेष जत्थे तैयार किए जाएं ताकि सम्भावित खतरों से निपटा जा सके।
उन्होंने कहा कि कंगना पार्टी ने गांधी हेल्पलाइन के माध्यम से प्रदेश की जनता की निस्वार्थ सेवा करने का जो अभियान चलाया है वह अनुकरणीय प्रयास है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता प्रदेश के लोगों की जान माल की रक्षा करना है जबकि भाजपा सरकार का।लक्ष्य मात्र अपनी कुर्सी बचाना है।