आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने मीडिया हाउस व न्यूज चैनल्स को किया सम्मानित

झारखण्ड/धनबाद (ब्यूरो, राजेन्द्र वर्मा) : आर्ट ऑफ लिविंग धनबाद चैप्टर ने करीब 55 प्रेस और मीडिया प्रतिनिधि को 4 से 5 की संख्या में महामारी प्रोटोकोल का पालन करते हुए बारी-बारी से कबासुर कुडिनीर और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन, उनकी उत्कृष्ट व समर्पित योगदान के लिए संस्था की स्टेट टीचर कोऑर्डिनेटर सोनाली सिंह व आर्ट ऑफ लिविंग ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन जिला प्रभारी मयंक सिंह ने वितरण किया।
- क्या है कबासुर कुडिनीर
कबासुर कुडिनीर जो सिद्धा पद्धति और आयुर्वेदिक चिकित्सा की देन है। जिसे आयुष मंत्रालय द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में स्वीकृत और सत्यापित किया है।
- कबासुर कुडिनिर के गुण
ये एक हर्बल मिश्रण है जो अपने सूजनरोधी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एनाल्जेसिक इम्यूनोमॉड्यूलेटरी इत्यादि गुणों के लिए जाना जाता है। शरीर की रक्षा करके फ्रंटलाइन बैरियर के रूप में काम करता है। अध्ययन में पाया गया कि इनविट्रो अध्ययनों में कोशिकाओं में वायरस के प्रवेश को प्रतिबंधित करने में काबासुर कुडिनीर औषधि कोरोनोवायरस उपभेदों में स्पाइक ग्लाइकोप्रोटीन का सबसे मजबूत अवरोधक (84%) था।
उपरोक्त कार्यक्रम मिशन जिंदगी, आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर आश्रम के संरक्षण तथा झारखण्ड एपेकस के सहयोग से किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के सुनील गुप्ता, अजोय मुखर्जी, कुंदन कुमार इत्यादि का योगदान रहा।