जिले के 625 मंगल दल को टीकाकरण अभियान से जोड़ने की पहल
- यूनिसेफ के सहयोग से सभी पदाधिकारियों का किया गया वर्चुअल अभिमुखीकरण
- कलस्टर में टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे और कोविड उपयुक्त व्यवहार की भी देंगे जानकारी
गोरखपुर, 18 जून 2021 : जिले में टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए ब्लॉकों में सक्रिय युवक मंगल दल और महिला मंगल दल का भी सहयोग लिया जाएगा। जिले में ऐसे कुल 625 मंगल दल सक्रिय हैं। इनमें से 343 युवक मंगल दल हैं, जबकि 282 महिला मंगल दल हैं। इन दलों के पदाधिकारियों का यूनिसेफ के सहयोग से शुक्रवार को वर्चुअल अभिमुखीकरण किया गया। यह पदाधिकारी मंगल के अन्य सदस्यों को संवेदीकृत करेंगे और सभी लोग कलस्टर स्तर पर लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे और कोविड उपयुक्त व्यवहार की जानकारी भी देंगे।
अभिमुखीकरण कार्यक्रम के दौरान यूनिसेफ के डीएमसी गुलजार त्यागी ने पीपीटी प्रस्तुति के जरिये कोविड के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि बीमारी के बारे में सिर्फ प्रामाणिक स्रोतों का ही सहारा लें। यूनिसेफ ने इस संबंध में कुछ वीडियोज तैयार किये हैं जिन्हें वाट्स एप ग्रुप के जरिये लोगों तक पहुंचाया जाए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला युवा कल्याण अधिकारी अमित कुमार सिंह ने मंगल दलों से अपील की कि वह लोगों के मन से टीकाकरण की भ्रांतियों को दूर करके उन्हें अभियान से जोड़ें।
- मंगल दलों को दी गयी प्रमुख जानकारी
• बुखार, खांसी, जल्दी-जल्दी सांस लेने, थकान, मांसपेशियों एवं शरीर में दर्द, सिर में दर्द, स्वाद एवं गंध के गायब होने, आंखों में कंजेक्टिवाइटिस, गले में खराश, बंद या बहती नाक, मतली या उल्टी और दस्तक की दिक्कत हो तो कोविड भी हो सकता है। ऐसे लोगों को कोविड जांच के लिए प्रेरित करें।
• अगर कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो अप्रामाणिक स्रोतों पर ध्यान न दें। प्रदेश सरकार के हेल्पलाइन नंबर 18001805145 एवं 104 नंबर पर कॉल करके प्रामाणिक जानकारी लें। अपने मन से दवा न लें। चिकित्सक की सलाह से इलाज करें और खुद को आइसोलेट कर लें।
• कोविड से बचाव के लिए मॉस्क, दो गज की दूरी, खांसते-छिंकते समय रूमाल, टिश्यू पेपर व कोहनी के इस्तेमाल, हाथों की स्वच्छता, भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाने से परहेज व सतर्कता के नियमों का सख्ती से पालन करें।
• सतर्कता अपनाते हुए 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग कोविड टीकाकरण अवश्य करवाएं। टीका पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है। टीका लगवाने के बाद कोविड होने पर जटिलताएं कम होती हैं। टीके के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है। लाभार्थियों से कहें कि खुद के टीकाकरण के बाद अपने जानने वालों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।