जबरदस्ती शादी रुकवाकर, दुल्हा-दुल्हन और बरातियों पर लाठी भांजने वाले डीएम हुए सस्पेंड
त्रिपुरा के पांच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने मंगलवार को पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी शैलेश कुमार यादव को तत्काल निलंबित करने की मांग की, जिन्होंने अगरतला में दो शादी समारोहों को जबरन बंद कर दिया, उनका व्यवहार “अपमानजनक” था।
विधायकों ने डीएम शैलेश कुमार यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने शादी समारोह में ने दूल्हा और दुल्हन के साथ मारपीट भी की और आमंत्रितों के साथ “दुर्व्यवहार” किया। शैलेश कुमार यादव ने बाद में अपने कार्यों के लिए माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने जो किया वह केवल “लोगों के हित और भलाई के लिए” था। शैलेश कुमार यादव पर आरोप है कि नाइट कर्फ्यू के दौरान नियमों के तहत शादी समारोह हो रहा था जिसे डीएम ने बीच में ही बंद करवा दिया और लोगों के साथ बहुत गलत व्यवहार किया।
शैलेश कुमार यादव के हवाले से कहा गया है, “अगर किसी व्यक्ति या समूह को कल रात की कार्रवाई से पीड़ा हुई है तो मैं माफी मांगता हूं। लेकिन कल रात जो किया गया वह केवल लोगों के लाभ और भलाई के लिए किया गया। मेरा उद्देश्य किसी को पीड़ा या अपमानित करना नहीं था।
शादी समारोह में डीएम शैलेश कुमार यादव के एक्शन का वीडियो सामने आने के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने मुख्य सचिव को घटना की रिपोर्ट देने को कहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुये मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो फुटेज में, शैलेश कुमार यादव शादी में आये लोगों को बहुत बुरी तरह से डांटकर भगा रहे हैं। आप वीडियो में देखेंगे, दुल्हन को भी पुलिस ने स्टेज से जबरन उतार दिया। अन्य लोग जो शादी के स्थानों पर थे उन्हें भी पुलिसकर्मियों ने जगह को खाली करने का आदेश दिया। डीएम ने शादी में बरातियों और परिवार सहित रिश्तेदारों पर लाठियां भी भांजी। एक शादी में इस तरह व्यहार को आप कितना जायद मानते हैं?
अब, पांच विधायकों – आशीष कुमार साहा, दीबा चंद्र हंगलवाल, राम प्रसाद पॉल, सुशांत चौधरी, और आशीष दास – ने मुख्य सचिव मनोज कुमार को एक पत्र लिखा है, जिसमें शैलेश कुमार यादव के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है। विधायकों ने ‘राज्य आतंकवाद और डीएम के घिनौने दुर्व्यवहार की ऊंचाई’ शीर्षक वाले अपने पत्र में आरोप लगाया है कि शैलेश कुमार यादव ने न केवल विवाह स्थल पर वर और वधू पर “शारीरिक हमला” किया, बल्कि पुजारी को भी ” बाहर ” धकेल दिया। और उपस्थित लोगों को “गाली” दी।
“शैलेश यादव ने दूल्हा और दुल्हन के साथ शारीरिक रूप से मारपीट की, शारीरिक रूप से कमजोर बुजुर्ग पुजारी को जबरन बाहर कर दिया और सभी बुजुर्ग लोगों के लिए अभद्र गालियों का इस्तेमाल करते हुए भगा दिया।”
उन्होंने खुलेआम पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया, पुलिस की वर्दी में हाथापाई की और उन्हें पश्चिम अगरतला पुलिस स्टेशन के कार्यालय प्रभारी को निलंबित करने की घोषणा की, यहां तक कि मौके पर मौजूद महिलाओं को भी दुर्व्यवहार से बख्शा नहीं गया।