गिरगिट की तरह रंग बदलती Black Widows की कहानी, देखने में आएगा मजा
अगर आप किसी ऐसे रिश्ते में बंधे हुए है जिससे आप अलग भी नहीं हो सकते और आपका शोषण भी हो रहा है। तब आप क्या करोगे? हालात तो आज भी अच्छे नहीं है लेकिन पहले से बेहतर है। पुराने समय में शादी में बंधने के बाद औरत का खुद की जिंदगी से सारे हक खत्म हो जाते थे। औरत को शादी के बाद अपने पति की चिता के साथ ही मर जाता होता था। अब एजुकेशन के साथ-साथ हालात सुधर गये हैं लेकिन आज की दुनिया में भी पढ़े-लिखे महिलाओं को चोंच खाने वाले भेड़िये बहुत है।
कहानी
जी5 पर रिलीज हुई नयी वेब सीरीज ब्लैक विडो की कहानी कुछ ऐसे ही हालात के साथ शुरु होती है जो बाद में जाकर पूरी तरह से बदल जाती है। कहानी तीन सहेलियों की है वीरा (मोना सिंह), कविता (शमिता शेट्टी) और जयति (स्वास्तिका मुखर्जी)। तीनों अपने-अपने पतियों से काफी ज्यादा परेशान है। कविता का पति निलेश अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए पत्नी को अपने पार्टनर्स के सामने मनोरंजन के लिए पेश करता है। वहीं जयति का पति ललित उसे बहुत ही बुरी तरह से मारता है। जयति को किसी भी हाल में छोड़ना नहीं चाहता क्योंकि जयति पर अत्याचार करके उसे खुशी मिलती है। वीरा का पति जतिन काफी गुस्सैल होता है जो तलाक मांगने पर अपनी ही बेटी को मारने की धमकी देता है। ऐसे में अपनी बरसों से छिन चुकी आजादी को पाने के लिए तीनों शादीशुदा महिलाएं अपने पति को मारने की प्लानिंग करती है और एक मोटरबोट ब्लास्ट करवाकर तीनों को मार देती है। तीनों की मौत की जांच करने पुलिस की एंट्री होती है। पुलिस को दो लाशें मिलती है लेकिन तीसरी नहीं मिलती, जिसकी जांच शुरू होती है। पुलिस का जांच में अब तीनों पतियों के काले चिठ्ठे खुलने लगते हैं। पूरी स्टोरी निजी जिंदगी के अत्याचारों से शुरू होकर एक खुंखार अपराध पर आ जाती है। सिलसिले वार मर्डर, पैसों का लेन-देन, सौदेबाजी और ब्लैकमेलिंग फिल्म को दर्शक से बांधने में कामयाब होते हैं।
रिव्यू
वेब सीरीज की लीड कास्ट में मोना सिंह , स्वास्तिका मुखर्जी, शमिता शेट्टी , शरद केलकर, परमब्रत चट्टोपाध्याय और श्रुति व्यास है। फिल्म में अपने अपने किरदार को सभी ने बखुबी निभाया है। कोई भी किरदार अपने रोल में डिस्पॉइंट नहीं करता। वेब सीरीज का निर्देशन बिरसा दासगुप्ता ने किया है, जो काबिले तारीफ है।