ईसाई धार्मिक स्थान कचहरी टोंगरी के बचाव हेतु आवश्यक बैठक आयोजित

- ईसाई आदिवासियों का आस्था का प्रतीक पवित्र क्रूस है : चिराग
झारखण्ड/सिमडेगा, केरसई : प्रखंड के पूर्वी टैंसेर पंचायत अंतर्गत पाराह टोली में स्थित ईसाई धर्म का पवित्र स्थल कचहरी टोंगरी है टैंसेर ग्राम सभा और अंचल केरसई के बीच में इस जमीन को लेकर जमीन अधिग्रहण का मामला सामने आया है। केरसई अंचल के द्वारा कचहरी टोंगरी की जमीन को मिली जानकारी के अनुसार विकास के कार्य के लिए अधिग्रहण करना चाहती है।
वहीं ग्राम सभा का कहना है ग्राम सभा अंतर्गत आने वाली जमीन की अधिग्रहण बिना ग्राम सभा प्रस्ताव के बिना अंचल के द्वारा किया अनुचित है, ग्राम सभा को अभी तक इसी मामला को लेकर कहीं किसी प्रकार की कोई नोटिस नहीं मिला है ग्राम सभा अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा बिना ग्राम सभा को जानकारी दिए बिना प्रशासन जबरदस्ती जमीन का अधिग्रहण करना चाहती है। यह जमीन ही नहीं बल्कि हमारा आस्था का केंद्र भी है जहां हमारा पवित्र क्रूस है और समय-समय पर पूजा पद्धति का कार्य भी किया जाता है। उन्होंने जानकारी दिया कि ग्राम सभा के द्वारा इस जमीन विवाद मामले में कई बार अंचल कार्यालय में आवेदन के माध्यम से हमने ग्राम सभा बैठक के लिए निमंत्रण भी दिए गए हैं और अभी तक उनकी उपस्थिति नहीं हुई है। हम 30 तारीख दिन बुधवार इस मामला को लेकर अंचल कार्यालय में आवेदन दिया है हम ग्राम सभा बैठक का आयोजन कर रहे हैं और इस बैठक में अंतिम निर्णय करना चाहते हैं।
मौके पर आदिवासी नेता अमृत चिराग तिर्की ने बैठक में उपस्थित लोगों से कहा जमीन अधिग्रहण करने के लिए ग्राम सभा का प्रस्ताव लेना अंचल को जरूरी होता है। अंचल मनमानी इस तरह का कार्य करेंगे यह अवैध या गैरकानूनी माना जाएगा। उन्होंने कहा ईसाई आदिवासियों का आस्था का प्रतीक है पवित्र क्रूस। भारत का संविधान अनुच्छेद 25 हर नागरिक को अपनी धर्म मानने का आजादी देता है। टैंसेर ग्राम सभा ने वन अधिकार कानून 2006 के तहत इस जमीन बंदोबस्ती के लिए प्रतिवेदन अनुमंडल में जमा कर चुका है और अभी तक वन पट्टा की प्राप्ति नहीं हुई है। तो ऐसे लंबित मामले में इस जमीन की अधिग्रहण नहीं किया जा सकता है। सी एन टी एस पी टी ऐक्ट एवं जमीन अधिग्रहण बिल 2013 के तहत कई ऐसे प्रावधान है जो हमारे जमीन को हमें सुरक्षित और संरक्षित करने का अधिकार देता है।
वहीं मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष शिशिर टोप्पो ने कहा ग्राम सभा के बिना प्रस्ताव के किसी तरह का बड़ा योजना परियोजना क्षेत्र में नहीं किया जा सकता है और इस जमीन तो हमारा आस्था स्थल है 30 तारीख को आप सभी ज्यादा से ज्यादा संख्या में आएं और तमाम जनप्रतिनिधियों को ऐसे परिस्थितियों में समाज के साथ खड़ा होना चाहिए। आप उनको भी जानकारी दें। इस ग्राम सभा को हमारे लोग का सहयोग हमेशा मिलता रहेगा 30 तारीख बुधवार को अंचल कर्मचारियों से टेबल टॉक करेंगे इस मामला का शूटआउट करने का प्रयास किया जाएगा।
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बैठक में कुलकांत सोहोर पारंपरिक व्यवस्था ढोकलोसोहोर सिमडेगा, बिपिन डुंगडुंग आदिवासी छात्र संघ सलाहकार, विधायक प्रतिनिधि केरसई सेराफिना कुल्लू, स्मिता, पल्ली पुरोहित जेम्स लकड़ा, ग्राम प्रधान प्रवीण आनंद एवं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।