अबुआ आवास योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु उपायुक्त ने शिकायत के लिए किया नंबर जारी
झारखण्ड/पाकुड़ : अबुआ आवास योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने आज शनिवार को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जिले में संचालित अबुआ आवास योजना के बारे में मीडिया कर्मियों को विस्तृत जानकारी दी।
जिलें में अबुआ आवास योजना में अब तक कुल 6,649 लाभुकों को स्वीकृत दी गई है। साथ ही 3597 लाभुकों के खाते में पहले किस्त की राशि डीबीटी के माध्यम से खाते में भेज दी गई है। शेष लाभुकों को 4 या 5 मार्च तक पहले किस्त की राशि भेज दी जाएगी।
उपायुक्त श्री बरणवाल ने बताया कि अबुआ आवास योजना में सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार लाभार्थी की स्थायी प्रतीक्षा सूची ग्राम सभा में तैयार की गई हैं। अधिकतम मापदंडों को पूरा करने वाले परिवारों को उनकी विशेष श्रेणी (अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, सामान्य) में अधिकतम अंक प्राप्त होगा। यानि यदि कोई विशेष परिवार छः मानदंडों को पूरा करता है, तो उसे 8 अंक मिलेंगे और उसे अपनी श्रेणी में सर्वोच्च प्राथमिकता मिलेगी। इसी प्रकार पात्र परिवारों को 1-8 के बीच प्राथमिकता अंक आवंटित किया गया है और आगे सभी को प्राप्तांक के आधार पर रैंक दिया गया है और प्रतीक्षा सूची तैयार की गई हैं। ग्राम सभा में स्थायी प्रतीक्षा सूची को अंतिम रूप दिया गया है। स्थायी प्रतीक्षा सूची तैयार करते समय यदि 2 या 2 से अधिक परिवारों को समान अंक मिलते हैं, उस परिस्थिति में वैसे परिवार, जिसमें कोई वयस्क सदस्य नहीं हो, दिव्यांग सदस्य वाले परिवार या महिला प्रधान परिवार, जिसमें कोई वयस्क पुरुष सदस्य न हो, को प्राथमिकता दी जाएगी। अबुआ आवास में आठ अंकों के आधार पर परमानेंट वेटिंग लिस्ट तैयार किया गया है। इसमें किसी प्रकार के हेर फेर नहीं है जितने भी वेटिंग लिस्ट तैयार किया गया है। जो लोगों को आठ अंक मिलते हैं वह आसानी से चेक किया जा सकता है। सभी पंचायत के भवनों पर पेंट किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि जो सीरियल नंबर एक के लाभुक है। उससे पहले ए वर्ग में है उसे आवास का लाभ मिलेगा। इसके बाद बी कैटिगरी के लाभुक होंगे उनको आवास का लाभ मिलेगा।
जिला स्तर से शिकायत के लिए 9771514005 नंबर जारी किया गया है। जहां आप सभी अपना शिकायत दर्ज करा सकतें हैं।
लोगों को जानकारी की अभाव है इसलिए जागरूक करने की आवश्यकता है। मीडिया के माध्यम से ही यह जागरूक लोगों को किया जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि बिचौलिया के चक्कर में ना पड़ें। किसी के द्वारा कोई भी लिस्ट इधर-उधर नहीं किया जा सकता है। अगर परमानेंट वेटिंग लिस्ट में अंकों के आधार पर किसी का गड़बड़ी हुआ है तुरंत उस मोबाइल नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं और जांच किया जाएगा। अगर गलत पाए जाने पर संबंधित लाभुक का नाम हटाया जाएगा और उसपर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।