Chandra Darshan 2023: अधिक मास की अमावस्या के बाद आज करें चंद्र दर्शन, ऐसे करेंगे पूजा तो पूरी होगी हर मनोकामना

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सनातन धर्म में सूर्य और चंद्रमा को प्रत्यक्ष देवता माना गया है। इसलिए भगवान सूर्य देव और चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व होता है। चंद्र दर्शन व पूजन के लिए पूर्णिमा आदि तिथि बेहद शुभ होती हैं। हिंदू मान्यता के मुताबिक भगवान शिव ने जिस चंद्रमा को अपने मस्तक पर धारण कर रखा है, चंद्र दर्शन वाले दिन उनकी पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। चंद्र दर्शन के दिन का आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि ज्योतिषीय महत्व भी माना गया है। 
चंद्र दर्शन का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन अधिक मास की अमावस्या के समाप्त होने के बाद अगले दिन यानी की 17 अगस्त 2023 को शाम को 06:59 से 07:44 के बीच चंद्र दर्शन कर सकेंगे। 01 घंटा 19 मिनट में किया जाने वाला चंद्र दर्शन और पूजा से शुभ फल प्राप्त होगा।

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कैसे करें चंद्र दर्शन
बता दें कि हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन को सुख और सौभाग्य का माध्यम माना गया है। इसके लिए व्यक्ति का न सिर्फ तन बल्कि मन से भी पवित्र होना बहुत जरूरी होता है। स्नान आदि कर सफेद वस्त्र धारण करें और फिर विधि-विधान से चंद्र देव पूजा-अर्चना करें। शुभ फल की प्राप्ति के लिए आज के दिन चंद्र देव को  गंगाजल और दूध से अर्घ्य देना चाहिए। फिर धूप-दीप कर मोती व रूद्राक्ष की माला से ‘ऊँ सोमाय नम:’ मंत्र का जाप करें। चंद्र दर्शन वाले दिन चंद्र देव को खीर का भोग लगाने से जातक की हर मनोकामना पूरी होती है।
जानिए चंद्र दर्शन के लाभ
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, चंद्र दर्शन का बहुत ज्यादा पुण्यफल माना जाता है। यदि इस दिन कोई व्यक्ति फूरी श्रद्धा व भक्ति के साथ चंद्र देव की पूजा करता है, तो उसे कुंडली में चंद्र ग्रह के शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं ज्योतिष के मुताबिक चंद्र दर्शन करने वाले के मन को शांति और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। चंद्र दर्शन आपसी प्रेम व सामंजस्य बढ़ाने का काम करता है।

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