कर्नाटक चुनाव परिणाम हो सकते है चौंकाने वाले!
- जानें किसका रह सकता है पलड़ा भारी
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के प्रचार आखिरी चरण में पहुंच चुका है। सभी प्रमुख दलों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झौंक दी है। भाजपा के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह लगातार रैलियां कर रहे हैं। राहुल और प्रियंका गांधी कांग्रेस के समर्थन में रैलियां कर रहे हैं। 10 मई को मतदान होगा, जबकि परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे। एबीपी- सी वोटर के सर्वे में पलड़ा कांग्रेस के पक्ष में झुकता हुआ दिखाई दे रहा है।
इस सर्वे में सीवोटर ने पिछले 12 हफ्तों के दौरान 73 हजार 774 मतदाताओं से बात की है। सर्वे सभी 224 सीटों के लिए किया गया है। इस सर्वे के मुताबिक कर्नाटक कांग्रेस को 110 से 122 सीटें मिल सकती हैं, जबकि जबकि सत्तारूढ़ भाजपा 73 से 85 सीटों पर सिमट सकती है। जेडीएस 21 से 29 सीटें हासिल कर सकता है, वहीं 2 से 6 सीटें अन्य के खाते में जा सकती हैं।
इस सर्वे के मुताबिक वोट शेयर के मामले में भी दोनों प्रमुख दलों के बीच करीब 4 फीसदी का अंतर दिखाई दे रहा है। कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गई है, जबकि भाजपा 36 फीसदी वोटों के साथ कांग्रेस के पीछे दिखाई दे रही है। जेडीएस को 16 फीसदी वोट मिल सकते हैं, वहीं अन्य के खाते में 8 फीसदी वोट जा सकते हैं।
ओल्ड मैसूर रीजन में कांग्रेस का दबदबा : कांग्रेस को ओल्ड मैसूर रीजन में ज्यादा फायदा होता दिख रहा है। 55 सीटों वाले इस क्षेत्र में कांग्रेस को 24 से 28 सीटें मिलने का अनुमान है। जेडीएस 19 से 23 सीटों के साथ इस रीजन में दूसरी सबसे बड़ी बनते हुए दिखाई दे रही है। भाजपा को यहां से 4 से 8 सीटें ही मिल सकती हैं। इस रीजन में कांग्रेस और जदएस के बीच टक्कर दिखाई दे रही है। भाजपा यहां तीसरे नंबर पर जा सकती है। कांग्रेस को 35 फीसदी, भाजपा को 25 फीसदी एवं जदएस को 33 फीसदी मत मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
क्या कहता है सट्टा बाजार : वहीं कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर सट्टा बाजार का रुख भी कांग्रेस के पक्ष में दिखाई दे रहा है। इसके मुताबिक कांग्रेस 155 से 165 सीटें जीत सकती है, जबकि भाजपा 35 से 40 सीटों पर विजयश्री हासिल कर सकती है। जेडीएस भी 20 से 30 सीटें जीत सकती है।