बीजीआर कोल कंपनी के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से चल रहा था कोयला चोरी का खेल, कई सफेदपोश की खुल सकती है पोल
- कई महीनों से चल रहा था कोयला चोरी का खेल
- निष्पक्ष जांच हुई तो कई बड़ी मछलियों के नाम आ सकते है सामने
झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा (संवाददाता): ज़िले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र में झारखण्ड सरकार के खजाने पर सेंधमारी करने वाले कोयला माफिया के कुछ लोग रंगे हाथों पकड़े गए, मामला दर्ज कर लिया गया है।
सूत्रों की मानें तो माफियाओं द्वारा वैध की आड़ में अवैध कोयला निकालने का काला खेल कई महीनों से चल रहा था। सूत्रों के अनुसार अनुमान के मुताबिक अब तक करोड़ों रुपये का कोयला नॉर्थ कोल ब्लॉक से माफिया निकाल चुके हैं, कोयले के इस काले खेल में माइंस डेवलपर एंड ऑपरेटर (एमडीओ) बीजीआर कोल कंपनी के कुछ कर्मचारियों से लेकर कुछ सफेदपोश और खाकी भी शामिल हैं।
सूत्रों की मानें तो इन चोरी में सफेदपोश स्थानीय की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है।
- क्या है मामला
विगत रविवार को 16 चक्का डंपर संख्या डब्लूबी 65डी 7181, डब्लूबी 53सी 5949 व डब्लूबी 53सी 6088 नॉर्थ कोल माइंस के लोडिंग पॉइंट से 32-32 टन कोयला लेकर वैध कोयला लोड डंपरों के साथ माइंस क्षेत्र से निकलने के फिराक में थे।
हमेशा की भांति तीनों डंपर कांटा में कोयले का वजन न कराकर साइड से निककने की फिराक में थे। कांटा में मौजूद उनके लोग वक्त पर मौजूद नहीं रहने के कारण तीनों डंपर पकड़े गए। चालकों से जब कागजात की मांग की गई तो पहले तो उन्होंने बरगलाने का प्रयास किया परंतु, सख्ती बरतने पर उन्होंने पुलिस के समक्ष कई राज उगले हैं।
मामले को लेकर बीजीआर कंपनी के पेट्रोलिंग इंचार्ज मृण्मय मित्रा के लिखित शिकायत पर 12 नामजद व अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज करते हुए 5 डंपर चालक व सह चालकों को गिरफ्तार कर लिया है।
- चालकों ने उगले कई महत्वपूर्ण राज
अवैध कोयला ले जा रहे डंपरों ने पुलिस के समक्ष कई महत्वपूर्ण राज उगले हैं। गिरफ्तार चालक की पहचान पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला निवासी शेख कलीम, शैयद आकाश, सह चालक पियार खान, मुर्शिदाबाद निवासी मजीद शेख व साहेबगंज के बरहरवा निवासी मजीद शेख ने पुलिस को बताया कि उन्हें गुम्मा मोड़ स्थित लाईन होटल में रूकने के लिए कहा गया था। साथ ही बताया गया कि वहां से एक आदमी उन्हें कोयला खदान तक लेकर जाएगा।
इस पूरे खेल में बीजीआर कंपनी के नाइट शिफ्ट का बस ड्राइवर राजीव शेख उर्फ राजू का नाम सामने आया है जिसने डंपरों को खदान में प्रवेश कराया। जबकि, डंपरों को निकालने का जिम्मा किसी कर्मचारी का था।
बस ड्राइवर राजीव शेख ने बताया कि अमड़ापाड़ा के एक व्यक्ति द्वारा पैसे का लालच देकर एंट्री गेट पर गार्ड सुपरवाइजर अनंत कुमार सिंह एवं शिफ्ट सुपरवाइजर ऋषिकांत तिवारी की मिलीभगत से अवैध कोयला लोड डंपरों को बाहर निकालने की योजना थी।
उसने आगे बताया कि पूर्व में भी अवैध तरीके से डंपरों को पार कराया गया है। पुलिस ने 3 चालक व 2 उप चालकों के अलावे तीनों डंपरों के मालिकों के अलावे इसमें शामिल नामजद सभी आरोपियों व अन्य विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
समाचार लिखे जाने तक पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर रही थी। नाम न बताने की शर्त पर डब्ल्यूपीडीसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस यदि निष्पक्ष जांच करेगी तो इसमें कई बड़ी मछलियों के नाम उजागर हो सकते हैं।
- क्या कहती है पुलिस
नॉर्थ कोल माइंस से तीन डंपरों में कोयला लोड कर अवैध तरीके से निकलने की फिराक में तीन चालक व दो उप चालकों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही डंपरों में लोड कोयला को भी जब्त किया गया है। पूछताछ में कई लोगों के नाम प्रकाश में आया है जिनके विरुद्ध भी पुलिस कार्रवाई करेगी। सभी नामजद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिए गया है।
(गोपाल कृष्ण यादव, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी, अमड़ापाड़ा)
कांड संख्या 05/23, 414, 420, 120 तीनों डंपर पुलिस अभिरक्षा में रखी गई हैं। सेख कलीम, सईद आकाश, पीआर खान, दाऊद आलम, मुजीब शेख, राजीव शेख (शिफ्ट ड्राइवर), ऋषि कांत तिवारी (पेट्रोलिंग सुपरवाइजर) ओर पांच नामजद है और दो लोग अननोन है।
WB 53C 6088, WB 53C 5949, WB 7181 में 32-32 टन कोयला लोड था। नंबर प्लेट के ऊपर ग्रीस लगाकर गाड़ी को छुपाने का भी प्रयास किया गया है।