क्या सचमुच लाल डायरियों में छिपा है सोनाली की मौत का राज?

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भाजपा नेता और टिकटॉक स्टार रहीं सोनाली फोगाट मौत का राज अभी भी अनसुलझा है। इस बीच, जांच दल को सोनाली के घर से तीन लाल डायरियां मिली हैं। इन डायरियों से सोनाली की मौत के राज से पर्दा हट सकता है। बताया जा रहा है कि इन डायरियों में लेन-देन के हिसाब के साथ ही कई महत्वपूर्ण नंबर दर्ज हैं।

 

बताया जा रहा है कि इन डायरियों में सोनाली के अपॉइंटमेंट के साथ ही आमदनी और खर्च का उल्लेख भी है। इनमें पीए सुधीर सांगवान के जरिए किए गए लेन-देन की जानकारी भी है। दरअसल, गोवा पुलिस की एक टीम बृहस्पतिवार को भाजपा नेता सोनाली फोगाट के संत नगर स्थित आवास पर पहुंची।

 

 

  • राजस्व अधिकारियों से मिली गोवा पुलिस 

बाद में टीम ने भाजपा नेता की कथित हत्या की जांच के तहत राजस्व अधिकारियों से भी मुलाकात की। फोगाट की हत्या के संबंध में जांच कर रही पुलिस की टीम बुधवार को यहां पहुंची थी और पिछले कई दिनों से फोगाट के बंद आवास पर जब अधिकारी पहुंचे तो फोगाट के परिजन वहां मौजूद थे। बाद में पुलिस टीम ने राजस्व अधिकारियों से मुलाकात की।

 

सूत्रों ने बताया कि गोवा पुलिस जमीन सहित उस संपत्ति का भी आकलन कर रही है, जो फोगाट के नाम पर है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस मामले में संपत्ति से जुड़ा कोई पहलू भी शामिल है या नहीं। कुछ रिश्तेदारों ने पूर्व में आरोप लगाया था कि फोगाट के सहयोगी सुधीर सांगवान की नजर उनकी संपत्ति पर थी।

 

 

  • परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की 

इस बीच, भाजपा नेता के परिवार के सदस्यों ने सीबीआई से जांच कराने की मांग दोहराते हुए कहा कि वे गोवा पुलिस द्वारा की जा रही जांच से संतुष्ट नहीं हैं। ‘टिकटॉक’ से लोकप्रियता हासिल करने वालीं फोगाट को 23 अगस्त को उत्तरी गोवा में एक अस्पताल में मृत लाया गया था।

 

  • तीन लोग न्यायिक हिरासत में 

गोवा की अदालत ने फोगाट की मौत मामले में गिरफ्तार 3 लोगों को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। फोगाट की अगस्त के अंत में गोवा में आने के कुछ घंटों बाद मौत हो गई थी। हालांकि भाजपा नेता की मौत को हत्या का मामला माना जा रहा है। इस मामले में फोगाट के निजी सहायक सुधीर सांगवान, एक अन्य सहयोगी सुखविंदर सिंह, रेस्तरां के मालिक एडविन नून्स, कथित ड्रग तस्कर दत्ता प्रसाद गांवकर और रामदास मांड्रेकर को गिरफ्तार किया जा चुका है।

 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कर्लीज रेस्तरां के मालिक नून्स, गांवकर और मांड्रेकर को पणजी की एक अदालत ने 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उनकी 5 दिन की पुलिस रिमांड शुक्रवार को समाप्त हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया।

 

फोगाट और उनके साथियों ने 22 और 23 अगस्त की दरम्यानी रात को कर्लीज रेस्टोरेंट में पार्टी की थी। फोगाट (43) को गोवा में आने के एक दिन बाद 23 अगस्त को उत्तरी गोवा जिले के एक अस्पताल में मृत लाया गया था। उनके दो सहयोगियों सांगवान और सिंह पर गोवा पुलिस ने हत्या का आरोप लगाया है।

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