भारत के फैसले से लुट गया ड्रैगन का चीनी बाजार
- ड्रैगन को लगा 10 हजार करोड़ का झटका
लद्दाख में लाल आंखे दिखाने वाले ड्रैगन की हैसियत अब दुनियाभर में कमजोर पड़ने लगी है। इसके पीछे वजह पीएम मोदी का विजन और आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम। जो कि दुश्मन देशों की हेकड़ी ढीली करने के लिए काफी है।
दरअसल, भारत में स्वदेशी अपनाने और चाइनीज सामानों के बहिष्कार का असर इस साल होली पर देखने को मिला। पिछले दो साल से कोरोना के चलते हल्के पड़ते बाजार में भी इस बार भारी उछाल आया है। यही वजह है कि होली पर मायानगरी मुंबई और राजधानी दिल्ली समेत देशभर में व्यापार में तीस प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
इस साल होलाी पर देशभर में 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान बिक गया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने इस बात की जानकारी दी है। कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेवाल के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार होली में 30 प्रतिशत ज्यादा बिक्री हुई है। इसके साथ ही उनका कहना है कि इस साल देशभर में 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महामंत्री ने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कोविड से राहत के प्रबंधन की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कोविड समस्या को बेहतरी से निपटने के कारण ही अब देशभर में कोविड प्रतिबंध समाप्त हुए है और व्यापार ने रफ्तार पकड़नी शुरू की है।
इस बार चीन में बने सामान का न केवल व्यापारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया है। पिछले कुछ सालों पर नजर डालें तो होली से जुड़े सामान कता देश में हर साल 10 हजार करोड़ का आयात होता था। लेकिन इस बार ये काफी कम रहा जो अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी अच्छा संकेत है। वहीं इस साल शादियों के अंतिम चरण अप्रैल मई में होगा इसमें भी अच्छे व्यापार की उम्मीद जगी है।