हरियाणा हरि की भूमि, भगवान कृष्ण ने दिया गीता का उपदेश-मुख्यमंत्री
चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा हरि की भूमि है। इसी पावन भूमि पर भगवान श्री कृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। यहां पर अलग-अलग कई धार्मिक स्थान हैं। यज्ञ में शामिल होने से सभी को लाभ मिलता है और जहां पर संतजन की कृपा होती है, वहां पर सभी खुशहाल होते हैं। कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परीधि में पडऩे वाले 164 तीर्थों का जीर्णोद्घार व सौदर्यकरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री कैथल के ग्यारह रुद्री शिवमंदिर में चल रहे महारुद्र यज्ञ में शिरकत करने के बाद श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने महारुद्र यज्ञ में आहुति डाली। उन्होंने कहा कि महारुद्र यज्ञ में शामिल होना सौभाग्य की बात है और यहां शामिल होकर स्वामी जी का स्नेह भी मिला है। इस मंदिर से मेरा पुराना नाता है और कई बार यहां पर प्रवास किया है। इस क्षेत्र के सभी तीर्थों का भ्रमण कुछ दिनों पहले किया था और जितने भी 48 कोस में तीर्थ पड़ते हैं, उनका कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के माध्यम से जीर्णोद्घार व सौदर्यकरण किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र आदिबद्री पवित्र नदी सरस्वती का उदगम स्थल है। सरस्वती नदी का प्रवाह जहां-जहां से हुआ, वहां के तीर्थ स्थलों को विशेष योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी को उनके इतिहास से रूबरू करवाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंदिर में बनने वाले विशाल कक्ष के लिए हर संभव मदद की जाएगी।
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इस मौके पर स्थानीय निकाय मंत्री श्री कमल गुप्ता, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, सांसद नायब सिंह सैनी, महामंडलेश्वर स्वामी यतिंद्रानंद सहित गणमान्य नागरिक एवं अधिकारी भी मौजूद रहे।