सजा के ऐलान के बाद भी लालू यादव दिखें निडर, जानें क्या कहा
- ना डरा ना झुका, सदा लड़ा हूँ, लड़ता ही रहूँगा
चारा घोटाला के एक मामले में आज राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई गई। इसके बाद से एक बार फिर से बिहार की राजनीति तेज हो गई है। इसको लेकर आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने एक ट्वीट किया है। लालू का यह ट्वीट सीबीआई की स्पेशल कोर्ट द्वारा सजा के ऐलान के ठीक बाद है।
अपने स्वीट में लालू यादव ने लिखा कि अन्याय, असमानता से, तानाशाही ज़ुल्मी सत्ता से, लड़ा हूँ, लड़ता रहूँगा डाल कर आँखों में आँखें। सच जिसकी ताक़त है, साथ है जिसके जनता, उसके हौसले क्या तोड़ेंगी सलाख़ें। लालू ने आगे लिखा कि मैं उनसे लड़ता हूँ जो लोगों को आपस में लड़ाते है, वो हरा नहीं सकते इसलिए साजिशों से फँसाते है। ना डरा ना झुका, सदा लड़ा हूँ, लड़ता ही रहूँगा। लड़ाकों का संघर्ष कायरों को ना समझ आया है ना आएगा।
लालू यादव को 5 साल की सज़ा होने पर उनके छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कोर्ट के फैसले पर हम कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। हमने पहले भी कहा था कि ये कोई अंतिम फैसला नहीं है। इसके ऊपर हाई कोर्ट में हमने इस मामले को रखा है और हमें पूर्ण विश्वास है कि हाई कोर्ट में लालू जी के पक्ष में फैसला होगा। इसके साथ ही तेजस्वी ने भाजपा पर भी निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि अगर लालू जी ने बीजेपी से हाथ मिलाया होता तो उन्हें राजा हरिश्चंद्र कहा जाता लेकिन आज वो आरएसएस-बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं इसलिए उन्हें कारावास का सामना करना पड़ रहा है। हम इससे नहीं डरेंगे।
आपको बता दें कि चारा घोटाला के तहत डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले में दोषी करार दिये गये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को विशेष सीबीआई अदालत ने सोमवार को पांच साल कैद और 60 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी। साथ ही अदालत ने अन्य अभियुक्तों को कैद के अलावा दो करोड़ रुपये तक जुर्माने की सजा सुनायी। विशेष सीबीआई अदालत ने पूर्व सांसद आर के राणा को भी मामले में पांच वर्ष कैद एवं 60 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी है। पशुपालन विभाग के तत्कालीन सचिव बेक जूलियस को चार वर्ष कैद और एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी गयी है। चारा घोटाला के मामलों में बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पहली बार 30 जुलाई, 1997 को जेल गए और 134 दिनों तक न्यायिक हिरासत में रहे।