पिता गोपीनाथ मुंडे के नक्शेकदम पर चलीं बेटी प्रीतम मुंडे, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी ज्यादा वोटों से पाई थी जीत

भाजपा के पूर्व नेता और कैबिनेट मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम गोपीनाथ मुंडे एक डॉक्टर के साथ-साथ भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। प्रतीम गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र के बीड से भारतीय जनता पार्टी का प्रतीनिधित्व करती हैं। वह लोकसभा की सांसद भी हैं।अपनी स्कूली शिक्षा कोलंबा स्कूल, महाराष्ट्र से पूरी करने के बाद प्रीतम गोपीनाथ ने किशनचंद चेलाराम कॉलेज, मुंबई से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। इसके अलावा प्रीतम ने एमबीबीएस और एम.डी वेनेरोलॉजी डीवाई पाटिल स्कूल ऑफ मेडिसिन, नेरुल, नवी मुंबई से पूरी की। प्रीतम गोपीनाथ मुंडे की शादी 11 दिसंबर 2009 में गौरव खड़े का साथ हुई। गौरव खड़े एक आईटी कपनी में काम करते है। प्रीतम मुंडे का एक बेटा भी है। 

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पढ़ाई पूरी होने के बाद प्रीतम मुंडे ने अपने पिता की तरह ही राजनीति में कदम रखने का फैसला किया। साल 2014 में उपचुनाव जीतने के बाद वह 16वीं लोकसभा सदस्य बनीं। उनकी जीत के बाद उन्हें 2014 से 2019 तक अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण समीति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। साल 2019 में प्रीतम मुंडे 17वीं लोकसभा चुनाव में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुनी गई। उसके बाद, उन्हें अन्य पिछड़े वर्गों के कल्याण समिति के सदस्य, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर स्थायी समीति के सदस्य और रेल मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्या के रूप में भी नियुक्त किया गया। 
राजनीति में कैसा है सफर
प्रीतम मुंडे बीजेपी के पूर्व नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। वह भारतीय इतिहास में सबसे कम समय तक सेवा देने वाले कैबिनट मंत्री थे क्योंकि गोपीनाथ के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के केवल 9 दिनों बाद ही उनकी सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद बीड लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए और इस सीट पर गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे चुनावी मैदान में उतरी और उन्हें 9,22,416 वोट हासिल हुए। यह विधानसभा और लोकसभा में अब तक सबसे अधिक वोटों के अंतर से मिली जीत है। कांग्रेस उम्मीदवार अशोकराव शंकरराव को हराकर प्रीतम मुंडे ने रिकॉर्ड जीत हासिल की थी। इसी साल लोकसभा चुनाव भी हुए थे जिसमें पीएम मोदी को 5 लाख, 70 हजार से अधिक वोटों से गुजरात के वडोदरा सीट से जीत दर्ज की थी। अपने पिता के नक्शेकदम पर चलने वाली प्रीतम को राजनीति विरासत में मिली। उच्च शिक्षित नेता के साथ-साथ वह पेशे से एक डॉक्टर भी है। 11 जुलाई 2021 को, कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट में सासंद प्रीतम मुंडे को शामिल न किए जाने के विरोध में कई भाजपा अधिकारियों ने बीड जिले में अपन पद से इस्तीफा तक दे दिया था।

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