मेरठ महायोजना 2031 : शासन ने प्राधिकरण को महायोजना में संशोधन के सुझाव देते हुए किये मिनट्स जारी

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मेरठ महायोजना 2031 के लिए आखिरकार मंगलवार देर शाम शासन की ओर से मिनट्स जारी कर दिए गए। इसमें शासन की ओर से कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिनका महायोजना में संशोधन किया जाएगा। अब प्राधिकरण बोर्ड बैठक में संशोधित महायोजना का प्रस्ताव पारित करेगा। इसके बाद इसे एक बार फिर शासन भेजा जाएगा और वहां से स्वीकृति के बाद लोगों की आपत्ति व सुझाव के लिए शहर में मुख्य चौराहों व स्थानों पर प्राधिकरण द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
इस बार मेरठ महायोजना-2031 में मवाना, हस्तिनापुर, सरधना, बहसूमा और लावड़ को मेरठ विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। जिस कारण मेरठ महायोजना 2031 का क्षेत्रफल बहुत अधिक बढ़ गया है। महायोजना 2021 जहां करीब 500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में थी तो वहीं महायोजना 2031 को 1063 वर्ग किलोमीटर में तैयार किया जा रहा है। 24 नवंबर को शासन में मेरठ महायोजना तैयार करने वाली ऑलमंड कंपनी ने शासन में प्रेजेंटेशन दिया था। चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर अनूप श्रीवास्तव ने इसे बारीकी से देखा था। प्रेजेंटेशन के दौरान प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी, चीफ टाउन प्लानर इश्तियाक अहमद मकरानी, टाउन प्लानर विजय कुमार सिंह नए महायोजना के विभिन्न पहलुओं पर मंथन किया था।
मंगलवार को उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने बताया कि शासन की ओर से कुछ सुझाव दिए गए हैं। इसके लिए अब विशेष बोर्ड बैठक बुलाकर संशोधित महायोजना को पास किया जाएगा। इसके बाद शासन में संशोधित महायोजना भेजी जाएगी जहां से पास होने के बाद इसे लागू कराने के लिए लोगों से आपत्ति व सुझाव मांगे जाएंगे। इसके लिए शहर के प्रमुख स्थानों व मुख्य चौराहों पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
महायोजना -2031 लागू होने के बाद सरधना, मवाना, हस्तिनापुर, सरधना, बहसूमा और लावड़ में आवासीय कॉलोनियां डेवलप होंगी। मेरठ के चारों तरफ  रिंग रोड बनाने की तैयारी है। रिंग रोड बनते ही यह सारे कस्बे आपस में बेहतर ढंग से लिंक हो जाएंगे। एनसीआर में मेरठ सबसे ज्यादा संभावनाओं वाला शहर बनने जा रहा है। इसी को देखते हुए एमडीए ने 2021 के मास्टर प्लान के मुकाबले 2031 में 1063 वर्ग किलोमीटर में विस्तार का लक्ष्य रखा है। 

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