मेरठ को मिली अत्यादुनिक सुविधाओं से लैस इलेक्ट्रिक बसों की सौगात

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मेरठ,लंबे समय के इंतजार के बाद मेरठ वासियों को आखिरकार इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिल गई। लखनऊ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोकार्पण कर दिया। अभी तक 50 बसों की फ्लीट में से केवल पांच बस ही मेरठ को मिलीं है। मुख्यमंत्री ने लखनऊ से वर्चुअल कॉन्फ्रेंस द्वारा बसों का शुभारंभ किया। एमसीटीएसएल के एमडी के. के. शर्मा ने बताया कि मेरठ में कमिश्नर ने हरी झंडी दिखाकर बसों का संचालन शुरू कराया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल और मेरठ दक्षिण विधायक सोमेंद्र तोमर इन बसों में टिकट लेने वाले पहले यात्री बने। 
 परिवहन के लिए मेरठवासियों को नई-नई सुविधाओं की सौगात मिल रही हैं। इसी कड़ी में मंगलवार से जनपद में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का शुभारंभ  किया गया  है। इनका किराया न्यूनतम 10 रुपये निर्धारित किया गया है। एक आकलन के अनुसार ई-रिक्शा और आटो को दिए जाने वाले किराये में लोग वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों में शहर की सीमा में सफर का आनंद ले सकेंगे। लोहियानगर स्थित नवनिर्मित बस अड्डे पर सोमवार से ही  चार्जर लगाने के लिए केबल बिछाने का काम चल रहा था। लोहिया नगर में 12 चार्जर लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए पांच मीटर चौड़ाई की ढ़ाई मीटर गहरी ट्रेंच खोदी गई है। यह 45 मिनट से दो घंटे में बस को चार्ज कर देंगे। एक बार बस चार्ज होने के बाद 120 से 140 किलोमीटर चलेगी। यह चार्जर 415 वोल्ट और 180 एंपियर करंट की क्षमता वाले होंगे, जिससे बसों की बैट्री जल्द चार्ज होगी।
 
इलेक्ट्रिक बस लो फ्लोर वातानुकूलित है और इसमें 28 सीट लगी है, जिसमें दो सीट दिव्यांगों की है। बस में सुरक्षा के लिए पांच कैमरे लगे हैं और पैनिक बटन लगा है। बस में लगे पैनिक बटन को दबाकर महिलाएं व युवतियां पुलिस की मदद ले सकेंगी। पैनिक बटन से सीधे डायल 112 को सूचना पहुंचेगी। बस में एलईडी डेस्टिनेशन बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट हैं। यात्रियों को इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन से टिकट मिलेगा। जीपीएस के जरिये बस की गतिविधि कंट्रोल रूम में बैठकर देखी जा सकेगी। बस में दो दरवाजे हैं। खिड़की खुलने की व्यवस्था नहीं है। इसकी जगह पर शीशे लगे हैं जो पूरी तरह सील है। 
वहीं बस में दिव्यांगों के लिए रैम्प की भी सुविधा है। वे अपनी ट्राई साइकिल लेकर बस में चढ़ सकते हैं। बस की अधिकतम स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा है और 60 किलोमीटर पर स्पीड गवर्नर लगा है। बस के दरवाजे बंद नहीं हुए तो बस आगे नहीं चल सकेगी। बस के चालक प्रशिक्षित है। बस का संचालन और रखरखाव सीएफएमएस प्राइवेट लिमिटेड करेगी। चालक भी इसी कंपनी के होंगे।
इलेक्ट्रिक बसों का किराया इस तरह होगा, तीन किमी तक पांच रुपये, छह किमी तक 10, 10 किमी तक 15, 14 किमी तक 22, 19 किमी तक 30, 24 किमी तक 35, 30 किमी तक 40, 36 किमी तक 45 व 42 किमी तक के सफर के लिए 50 रुपये खर्च करने होंगे।

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