राष्ट्रपति कोविंद ने भारत और वियतनाम के बीच आर्थिक संबंध को लेकर कहीं बड़ी बात

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नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि भारत और वियतनाम के बीच आर्थिक संबंध ने कोविड-19 महामारी के कारण व्यवधानों के बावजूद सकारात्मक दिशा बनाए रखी है।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति को यह उल्लेखित करते हुए प्रसन्नता हुई कि भारत और वियतनाम के बीच रक्षा साझेदारी लगातार बढ़ रही है।
वियतनाम के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कोविंद ने कहा कि दोनों देशों के बीच मजबूत रक्षा सहयोग क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि में योगदान देगा।
वियतनाम की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष वुओंग दिन्ह ह्यू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने कहा कि समकालीन समय में भारत और वियतनाम के बीच नेतृत्व स्तर पर उत्कृष्ट संबंध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लोग महात्मा गांधी और राष्ट्रपति हो ची मिन्ह के आदर्शों का अनुसरण करते हैं।

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आज, हमारी द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी में व्यापक क्षेत्र शामिल हैं – राजनीतिक संबंध से लेकर व्यापार एवं निवेश संबंध, ऊर्जा सहयोग, विकास साझेदारी, रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग और लोगों के बीच संबंध।’’
कोविंद ने 2018 में देश की अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा कि उन्होंने वियतनाम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और दोनों देशों के बीच प्राचीन सभ्यतागत आदान-प्रदान को खुद देखा, जिसमें मजबूत बौद्ध संबंध भी शामिल हैं।
बयान के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण व्यवधान उत्पन्न होने के बावजूद भारत और वियतनाम के बीच आर्थिक संबंध ने सकारात्मक दिशा बनाए रखी है।
बहुपक्षीय मंचों पर भारत और वियतनाम के बीच सहयोग के बारे में कोविंद ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर हमारे समन्वित प्रयासों ने अधिकांश विकासशील देशों को आवाज दी है।
उन्होंने कहा कि भारत और वियतनाम अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत एक स्वतंत्र, खुले, शांतिपूर्ण, समृद्ध, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में योगदान करने के लिए आसियान के साथ काम कर रहे हैं।

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